उन्होंने कहा कि नेतृत्व की पहचान संकट के समय ही होती है। ओलावृष्टि से निर्मित परिस्थितियों का मिलकर मुकाबला किया जाएगा और सभी प्रभावित गाँवों का सर्वे होगा। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया है कि सभी प्रभावितों का जितना भी नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई सरकार द्वारा की जाएगी।
उन्होंने क्षेत्र के पिपलानी, किशनगंज, बाईंबोडी, इटावा खुर्द, चीचली, बोरखेड़ा और जाट मुहाई गांव पहुँचकर खेत में जाकर फसलों को हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि प्रभावित गाँवों के सर्वे टीम में पटवारी, कृषि का अमला, गाँव के पंच शामिल होंगे। सर्वे के पश्चात सूची पंचायत के सूचना पट्ट पर चस्पा की जाएगी। इससे पूरी पारदर्शिता बनी रहेगी।
इस अवसर पर चौहान ने कहा कि आपदा से प्रभावित किसानों को फसल बीमा राशि, 30 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर राहत राशि, कर्ज वसूली स्थगन, ब्याज की शासन द्वारा प्रतिपूर्ति, खाद-बीज के लिए शून्य प्रतिशत पर कर्ज तथा कन्या का विवाह घर से करने पर भी मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का लाभ दिया जाएगा। (वार्ता)