सिंगरौली। मध्य प्रदेश के सिंगरौली और छतरपुर में मानवियता को शर्मसार कर देने वाले 2 मामले हुए। सिंगरौली में एक व्यक्ति एंबुलेंस न मिल पाने के बाद अपने मृत नवजात शिशु को मोटरसाइकिल से थैले में रखकर घर ले गया। वहीं 2 घंटे तक भटकने के बाद भी एक व्यक्ति को अपनी भांजी को ले जाने के लिए शववाहन नहीं मिल सका।
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के निवासी दिनेश भारती ने आरोप लगाया कि सिंगरौली जिला अस्पताल के एक चिकित्सक ने उसकी पत्नी को प्रसव से पहले कुछ जांच के लिए एक निजी क्लीनिक में भेज दिया, जहां दंपति से अल्ट्रासाउंड जांच के नाम पर 5,000 रुपए लिए गए। उसकी पत्नी ने सोमवार को जिला अस्पताल में एक मृत बच्चे को जन्म दिया।
भारती ने आरोप लगाया कि उसने जब अपनी पत्नी और मृत बच्चे को घर ले जाने के लिए एम्बुलेंस मांगी तो अस्पताल के कर्मचारियों ने उसकी मदद नहीं की।
इस तरह छतरपुर में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया। एक मामा को अपनी भांजी का शव ले जाने के लिए शव वाहन नहीं मिला। बेबस मामा 2 घंटे तक बेटी के शव को कंधे में लिए इधर-उधर भटकता रहा बाद में किसी तरह बस से बेटी के शव को गांव ले गया।