भोपाल । मध्यप्रदेश के इंदौर में कोरोना अब महामारी के रुप में जिले को अपनी चपेट में ले चुका है। गुरुवार को इंदौर में रिकॉर्ड संख्या में 244 नए पॉजिटिव केस सामने आने के बाद अब प्रशासन शहर में संदिग्धों की पहचान के लिए और ताकत झोंकेगा। इसके लिए अगले 7 दिन में 21 लाख लोगों की स्क्रीनिंग का लक्ष्य रखा गया है, वहीं दस दिन में प्रशासन पूरे शहर के लोगों की स्क्रीनिंग की रणनीति पर काम कर रहा है।
IITT फॉर्मूला पर फोकस – कोरोना संक्रमण के शहर को बचाने के लिए जिला प्रशासन आईडेंटिफाई, आइसोलेट, टेस्ट एंड ट्रीट की रणनीति पर काम कर रहा है। जिला कलेक्टर मनीष सिंह के मुताबिक अब प्रशासन का पूरा ध्यान स्क्रीनिंग के काम में पूरी ताकत झोंक कर अगले तीन से चार दिन में कंटेनमेंट क्षेत्र में 12 लाख से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग कर बीमारी को और फैलने से रोकना है।
10 लाख में 2100 के टेस्ट – कोरोना के हॉटस्पॉट इंदौर में अब बड़े पैमाने टेस्टिंग की जा रही है। वर्तमान में जिले में कोरोना टेस्टिंग की दर 2100 टेस्ट प्रति दस लाख व्यक्ति है, जबकि राज्य का औसत 200 टेस्ट प्रति दस लाख है। इंदौर में टेस्टिंग की रेट राज्य की दर से 10 गुना ज्यादा है। इंदौर में 5120 सैंपल लिए गए हैं, जिनमें से 1000 सैंपल टेस्टिंग के लिए दिल्ली भेजे गए हैं।
489 टीम स्क्रीनिंग में जुटी – इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह के मुताबिक इंदौर में संक्रमित क्षेत्रों में कोरोना का गहन सर्वे का कार्य कराया जा रहा है। इस कार्य में 419 टीम लगी हैं तथा अभी तक संक्रमित क्षेत्रों में 3.9 लाख व्यक्तियों का सर्वे हो गया है। पूरे शहर में कुल 12 से 13 लाख व्यक्तियों का सर्वे हो गया है तथा आगामी 7 दिन में 20 से 21 लाख व्यक्तियों का सर्वे कर लिया जाएगा।
घर छोड़ा तो अलर्ट आ जाएगा – प्रशासन के सर्वे के बाद जिन लोगों को होम क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है अब उनकी निगरानी भी तेज कर दी गई है। कोरोना को लेकर इंदौर की विशेष समीक्षा बैठक में आईजी इंदौर ने बताया कि होम क्वॉरेंटाइन की निगरानी के लिए मैप आईटी के माध्यम से सिस्टम बनाया गया है। इसके अंतर्गत यदि कोई भी व्यक्ति जो क्वॉरेंटाइन में है, अपना घर छोड़ता है तो कंट्रोल रूम पर अलर्ट आ जाएगा। इंदौर जिले की सीमाएं तथा संक्रमित क्षेत्रों को पूरी तरह सील कर दिया गया है तथा वहां 3 टियर नाकाबंदी की गई है।
इलाज के लिए थ्री लेयर प्रोटोकॉल – इंदौर में पॉजिटिव मरीजों की संख्या में बड़े पैमाने पर इजाफे के बाद प्रशासन अब लोगों के इलाज के थ्री लेयर प्रोटोकॉल की रणनीति पर काम कर रहा है। संभाग आयुक्त इंदौर आकाश त्रिपाठी के मुताबिक कोरोना के मरीजों को सर्वोत्तम इलाज की सुविधाएं दी जा रही हैं। इसके लिए वहां डेडीकेटेड हॉस्पिटल में सभी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं। कोरोना के इलाज के लिए थ्री लेयर प्रोटोकोल का चिकित्सकों द्वारा प्रयोग किया जा रहा है तथा मरीज ठीक भी हो रहे हैं।