इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक और सांस्कृतिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर शहर में कोरोना वायरस से हो रही मौतों का सिलसिला लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इंदौर में गुरुवार को देर शाम तक 8 और मौतें हो गई, जिसके कारण मौतों का आंकड़ा 47 पर पहुंच गया। मरने वालों में दो सगे भाई भी शामिल हैं। पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1164 पर पहुंच गई है और 65 लोगों की मौत हो चुकी है।
मृतकों का विवरण इस प्रकार है- 1. मोहनलाल 56 वर्ष निवासी विश्वनाथधाम, खजराना (10 दिनों से भर्ती), 2. संपत पंड्या 55 वर्ष निवासी सुदामा नगर (4 दिन से भर्ती), 3. घनश्यामदास तिवारी 52 वर्ष निवासी जवाहरमार्ग, राजमोहल्ला (2 दिन से भर्ती), 4. महेश तिवारी 63 वर्ष निवासी जवाहरमार्ग, राजमोहल्ला (2 दिन से भर्ती), 5. इसरार अंसारी 52 वर्ष निवासी हाजी कॉलोनी खजराना ( 1 दिन भर्ती), 6. जसवीर कौर 63 वर्ष निवासी गुमाश्ता नगर (5 दिन से भर्ती), 7. संतोष कुमार नाइक 80 वर्ष निवासी सिद्धिपुरम कॉलोनी (5 दिन से भर्ती), रफीक मोहम्मद 70 वर्ष निवासी लालबाग सरवन कॉलोनी (1 दिन) इंदौर।
गुरुवार को फाइनल मेडिकल बुलेटिन के अनुसार इंदौर में 248 गए केस आने के बाद कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 842 पर पहुंच गई है। अभी तक 37 लोगों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। 584 मरीजों की हालत स्थिर है। बुधवार को सिर्फ 3 मरीज गंभीर हालत में थे, जो अब बढ़कर 15 हो गए हैं। 159 लोग क्वारंटाइन में हैं जबकि 47 लोगों की मौत हो चुकी है।
वृहद सेम्पल, वृहद टेस्टिंग तथा वृहद सर्वे पर विशेष ध्यान : कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि इंदौर जिले में कोरोना वायरस से निपटने के लिए सभी तरह के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। जिले में वृहद सेम्पल, वृहद टेस्टिंग तथा वृहद सर्वे कर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इंदौर शहर में प्रति मिलियन 2 हजार सेम्पल लेकर उनके टेस्टिंग कराई जा रही है। यह सम्पूर्ण देश में सर्वाधिक है।
सनद रहे कि इंग्लैंड में सेम्पल दर 2800 प्रति मिलियन है। इसके फलस्वरूप पॉजिटिव मरीजों की संख्या भी अधिक आ रही है। उन्होंने कहा कि अभी वर्तमान में जो पॉजिटिव आ रहे हैं, वह पूर्व से किए गए क्वारंटाइन मरीजों में से है। नए मरीजों की संख्या में कमी आई है।