शिवराज ने घायल छात्रों से कहा कि इंदौर आरटीओ एमपी सिंह को हटाने और पूरे हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए गए हैं। मामले में 15 दिन में जांच पूरी कर रिपोर्ट मांगी गई है। उन्होंने बताया कि आगे इस प्रकार के हादसे नहीं हो, इसके लिए कई अहम फैसले लिए गए हैं, 15 साल से ज्यादा पुरानी बसें स्कूलों में अटैच नहीं हो पाएंगी।
सीएम जब हरमीत कौर के घर पहुंचे तो परिजनों ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि दिल्ली पब्लिक स्कूल केवल फीस लेती है, टीचर्स की कोई जिम्मेदारी नहीं है। ये स्कूल बंद होना चाहिए। ऑटो वाले 10 बच्चे बैठाते हैं, ट्रैफिक वाले रोड पर बसें तेजी से चलती हैं। मुख्यमंत्री ने परिवार को ढांढस बंधाया, कहा चारों परिवार का एक उठावना बैठक करवाएं, जहां पूरा इंदौर श्रद्धांजलि देना चाहता है। परिजनों ने कहा कि प्रिंसिपल और स्कूल किसी लायक नहीं है।
इसके बाद मुख्यमंत्री घायल बच्चों से मिलने बॉम्बे अस्पताल गए। मुख्यमंत्री ने अस्पताल से निकलने के बाद कहा कि कहा कि दुर्घटना की न्यायिक जांच एक आईएएस स्तर के अधिकारी से करवाई जा रही है। इसकी रिपोर्ट 15 दिन के अंदर आ जाएगी। इसके बाद जो तथ्य सामने आएंगे दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही 15 साल से पुरानी बसें स्कूल बसों के रूप में इस्तेमाल नहीं होगी।