भोपाल। लंबे चले सियासी खींचतान के बाद अब ज्योतिरादित्य सिंधिया अब कांग्रेस को अलविदा कहने के मोड़ पर पहुंच गए है। पार्टी को बगावती तेवर दिखाने वाले सिंधिया पूरी तरह मौन है जिससे उनको लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। उधर सिंधिया और उनके समर्थक मंत्रियों और विधायकों के बगावती तेवर के बाद मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार संकट में पड़ गई है। सिंधिया ने मंगलवार सुबह गृहमंत्री अमित शाह के साथ पीएम मोदी से मुलाकात की।
इस बीच सिंधिया के भाजपा में शामिल होने की अटकलें भी तेज हो गई है। सिंधिया के पीएम मोदी से भी मिलने की खबरें में खूब सुर्खियों में है। बताया जा रहा है कि सिंधिया आज शाम दिल्ली में भाजपा का दामन थाम सकते है। उधर आज दिल्ली में भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में राज्यसभा उम्मीदवारों पर मंथन होगा जिसमें तय फॉर्मूले के तहत सिंधिया को भाजपा राज्यसभा भेज सकती है।
वहीं सिंधिया आज भी अपने दिल्ली स्थित आवास से अकेले ही गाड़ी से निकले। घर से निकलते समय सिंधिया ने मीडिया से दूरी बनाकर रखी। पहले सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया की 75 वीं जयंती पर ग्वालियर जाने की भी खबरें में थी लेकिन अब तक वह दिल्ली में ही है। ऐसे में सिंधिया के पूरी तरह मौन रहने से कमलनाथ सरकार मुश्किलों में पड़ गई है और आज देर शाम प्रदेश में बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है।