भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ के सीधे दखल के बाद भी मध्य प्रदेश कांग्रेस में मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले कमलनाथ कैबिनेट के मंत्री उमंग सिंघार भले ही मुख्यमंत्री की समझाइश के बाद चुप्पी साध ली हो लेकिन उनके तेवर अब भी नरम नहीं पड़े है।
वन मंत्री उमंग सिंघार ने ट्वीट कर सिंधिया की तरह पार्टी को तेवर दिखाए है। वन मंत्री सिंघार ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए लिखा कि उसूलों पर जहां आंच आए टकराना जरुरी है, जो अगर जिंदा हो तो फिर जिंदा आना जरुरी है।
इससे पहले कांग्रेस में मचे घमासान पर 30 अगस्त को ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे आर्यमन सिंधिया ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर सिंधिया का एक वीडियो ट्विट किया था जिसमें सिंधिया भी यही बात कहते नजर आए थे। यह भी एक संयोग या राजनीति का हिस्सा है कि सिंघार के इस ट्वीट से पहले बुधवार को दिन में ग्वालियर में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सिंघार का समर्थन करते हुए कहा था क उन्होंने जो मुद्दे उठाए है वह गंभीर है और इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
राजधानी पहुंचा पोस्टरवॉर: कांग्रेस में पीसीसी चीफ को लेकर गुटबाजी का पोस्टरवॉर गुरुवार को भोपाल पहुंच गई है। प्रदेश कांग्रेस कार्यायल से थोड़ी दूर पर लगे इस पोस्टर में ज्योतिरादित्यस सिंधिया को अध्यक्ष बनाने की मांग की गई। इससे पहले ग्वालियर में सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाने को लेकर पोस्टर लगाए गए थे।
कमलनाथ ही रहेंगे प्रदेश अध्यक्ष :पार्टी में अध्यक्ष पद को लेकर मचे घमासान पर जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि आगामी तीन राज्यों के चुनाव और प्रदेश में होने वाले नगरीय चुनाव तक मुख्यमंत्री कमलनाथ ही प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे। वहीं राजधानी में सिंधिया को लेकर लगाए गए पोस्टर पर पीसी शर्मा ने कहा कि पोस्टरबाजी की पीछे भी एक राजनीति होती है।