भोपाल। लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है। पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी आगे अध्यक्ष बने रहेंगे या नहीं यह भी अभी साफ नहीं हुआ है। पार्टी के कुछ नेता भले ही दावा कर रहे हों कि राहुल गांधी पार्टी के अध्यक्ष बने रहेंगे, लेकिन अब तक इस पर खुद राहुल गांधी कुछ नहीं बोल रहे हैं।
इस बीच, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ शुक्रवार को दिल्ली में एक डिनर देने जा रहे हैं। डिनर में पार्टी के बड़े नेताओं के साथ कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। शनिवार को दिल्ली में होने वाली नीति आयोग की बैठक से पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ की डिनर डिप्लोमेसी को लेकर सियासी गलियारों में काफी चर्चा है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने डिनर को लेकर हो रही सियासी चर्चा पर कहा कि साथियों के साथ इस तरह की चर्चा होती रहती है और नीति आयोग की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली जा रहे हैं, इसलिए डिनर का आयोजन कर लिया।
लोकसभा की हार पर हो सकती है चर्चा : लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद दिल्ली में कांग्रेस के किसी बड़े नेता के इस तरह के पहले आयोजन में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी नहीं शामिल होंगे। राहुल इस समय लंदन में हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस डिनर में पार्टी के हार के कारणों की भी चर्चा होने की बात कही जा रही है।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक राहुल गांधी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के प्रदर्शन से नाराज बताए जा रहे हैं। ऐसे में इस डिनर डिप्लोमेसी के मायने काफी बढ़ जाते हैं।
मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस डिनर पर वरिष्ठ पत्रकार दिनेश गुप्ता कहते हैं कि इसको मुख्यमंत्री कमलनाथ की सिर्फ एक डिनर डिप्लोमेसी के तौर पर ही देखा जाना चाहिए जिसमें लोकसभा चुनाव के बाद के सियासी हालातों पर चर्चा हो सकती है। गुप्ता कहते हैं कि राहुल की गैरहाजिरी में होने वाले इस डिनर के और कोई सियासी मायने नहीं तलाशे जाना चाहिए।