खुटवाड़ी के चौकीदार अनिल पिप्लोदे और वरला के जगदीश व्यास ने बताया कि अमित की पत्नी सिमता को बुधवार को प्रसव पीड़ा होने पर जननी एक्सप्रेस और 108 वाहनों को सूचना दी गई थी, लेकिन उनके न आने पर उसे एक दुपहिया वाहन से 3 किलोमीटर दूर वरला के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाने की तैयारी हुई।
विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. जेपी पंडित ने बताया कि ढाई किग्रा वजन की बालिका शिशु और उसकी मां स्वस्थ है। बजट में राशि की कमी के चलते पिछले डेढ़ वर्ष से जननी एक्सप्रेस सुविधा बंद है, साथ ही पिछले 6 महीनों से 108 वाहन भी नहीं चल पा रहा है और इसके फलस्वरूप ग्रामीणों को दिक्कत आ रही है। वाहन सुविधा न होने से घर में ही प्रसव की घटनाओं में तुलनात्मक रूप से बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है।
उन्होंने बताया कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बड़वानी के अतिरिक्त अन्य विभागीय उच्चाधिकारियों को समस्या से पूर्व में ही अवगत कराया जा चुका है, साथ ही क्षेत्रीय विधायक और काबिना मंत्री अंतर सिंह आर्य ने ग्रामीणों की मांग के दृष्टिगत तत्काल सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। (वार्ता)