इंदौर। भोजन-पानी की तलाश में जंगल से भटककर शुक्रवार को यहां रिहायशी इलाके में पहुंचे तेंदुए को बेहोश कर पकड़ लिया गया। करीब दो घंटे के बचाव अभियान के दौरान इस वन्य जीव के हमले से तीन सरकारी कर्मचारी मामूली तौर पर घायल हो गए।
स्थानीय कमला नेहरू चिड़ियाघर के प्रभारी उत्तम यादव ने इस अभियान के बाद बताया कि शहर के पास के जंगल से भटक कर आया आठ वर्षीय तेंदुआ सबसे पहले पल्हर नगर में एक घर के बरामदे में घुसा। फिर गुर्राते हुए एक स्थान से दूसरे स्थान तक दौड़ लगाता रहा।
उन्होंने बताया कि शुरुआत में जब तेंदुए को जाल में कैद करने की कोशिश की गई तो वह बचाव अभियान में जुटे एक व्यक्ति को घायल करते हुए भाग निकला।
चिड़ियाघर प्रभारी ने बताया, बचाव अभियान के दौरान तेंदुआ अपनी स्थिति तेजी से बदलते हुए ऐसी-ऐसी जगहों में घुस रहा था, जहां उस पर बेहोशी का इंजेक्शन दागना मुश्किल हो रहा था। यादव ने बताया कि भारी गहमा-गहमी के बीच विशेष बंदूक से तेंदुए पर दो बार दागे गए बेहोशी के इंजेक्शन निशाने पर नहीं लगे।
आखिरकार तीसरे और चौथे प्रयास में जंगली जानवर को बेहोश करने में कामयाबी मिल गई। उन्होंने बताया कि तमाशबीनों की भीड़ के चलते तेंदुए के बचाव अभियान में खासी दिक्कत आई।
अभियान के दौरान तेंदुए ने वन विभाग के दो और नगर निगम के एक कारिंदे को मामूली रूप से घायल कर दिया। यादव ने बताया कि तेंदुए के होश में आने पर उसके स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। इसके बाद उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा।