इस मौके पर शिवराज ने कमलनाथ सरकार को लंगड़ी बताते हुए कहा कि चुनाव के बाद बीजेपी भी चाहती तो सरकार बना सकती थी, लेकिन हम प्रदेश अपने बल पर पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे। चौहान ने वंदेमातरम् पर सीधे मुख्यमंत्री कमलनाथ को घेरते हुए कहा कि वंदेमातरम् पर रोक लगाने से कांग्रेस सरकार का असली चेहरा सामने आया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के दबाव के बाद कांग्रेस सरकार ने वंदेमातरम् को लेकर अपना फैसला पलटा। इसे शिवराज ने प्रदेश की जनता की जीत बताया, वहीं नेता प्रतिपक्ष को लेकर चौहान ने कहा कि मुझे किसी पद की जरूरत नहीं है और न ही वो नेता प्रतिपक्ष बनने की दौड़ में हैं। इससे पहले कार्यक्रम में पहुंचने पर बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने चौहान का स्वागत किया।