भोपाल। राजधानी भोपाल में डबल मर्डर और प्रदेश में लगातार हो आपराधिक घटनाओं के बाद शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अचानक प्रदेश के आला अफसरों के साथ जिलों के अफसरों के साथ वीडियो कांफ्रेंस कर कानून व्यवस्था की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने अफसरों को दो टूक शब्दों में प्रदेश में अपराधियों को कुचलने के निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी स्थिति में अपराध सहन नहीं होंगे।
कानून व्यवस्था की स्थिति और अपराध बढ़ने के लिए जिम्मेदार और दोषी अधिकारियों को हटाने की कार्यवाही की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस बिना किसी दवाब के काम करे। इसके लिए विशेष अभियान भी चलाया जाए। मुख्यमंत्री ने सख्त तेवर दिखाते हुए कहा कि घटना हुई तो टीआई, थानेदार ही नहीं वरिष्ठ अफसर भी जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि किसी की चिंता न करे, कोई अपराधियों को संरक्षण न दे। जो देगा उसे मैं देख लूंगा। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में आने वाले त्योहारों को ध्यान में रखते हुए भी सावधानी रखी जाए। कानून व्यवस्था प्रथम प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि ऑनलाइन अपराध हो रहे है, उस पर भी ध्यान दिया जाए, दूसरे राज्यों से अपराध होते है तो वहाँ के अधिकारियों का सहयोग अपराध खत्म करने में लिया जाए। बैंक कर्मचारियों के नाम पर कुछ लोग वित्तीय अपराध भी कर रहे, इन्हे रोकें और माफिया, चिट फंड वालों के विरुद्ध भी सख्त कार्यवाही हो। मध्यप्रदेश शांति का टापू है, यहाँ अपराध बर्दाश्त नहीं करूंगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि ऑनलाइन अपराध हो रहे है, उस पर भी ध्यान दिया जाए, दूसरे राज्यों से अपराध होते है तो वहाँ के अधिकारियों का सहयोग अपराध खत्म करने में लिया जाए। बैंक कर्मचारियों के नाम पर कुछ लोग वित्तीय अपराध भी कर रहे, इन्हे रोकें और माफिया, चिट फंड वालों के विरुद्ध भी सख्त कार्यवाही हो। मध्यप्रदेश शांति का टापू है, यहाँ अपराध बर्दाश्त नहीं करूंगा।