खास खबर: अबकी बार विरोधियों के साथ कोरोना को भी हराने की चुनौती से जूझ रहे उम्मीदवार

विकास सिंह
बुधवार, 23 सितम्बर 2020 (11:30 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश में कांटे की जंग वाले उपचुनाव में इस बार उम्मीदवारों को अपने प्रतिदंद्धी को हराने से पहले कोरोना को हराने की चुनौती से जूझना पड़ रहा है। कोरोनाकाल में होने जा रहे उपचुनाव की तारीखों के एलान का काउंटडाउन शुरु हो गया है और चुनाव आयोग कभी भी चुनाव की अधिसूचना जारी कर सकता है तब चुनावी मैदान में ताल ठोंके रहे उम्मीदवारों का कोरोना की चपेट में लगातार आने से उनकी और पार्टी की पूरी चुनावी रणनीति प्रभावित हो रही है। 
 
 
मंगलवार को उपचुनाव में संभावित उम्मीदवार और शिवराज सरकार के दो चुनाव लड़ने वाले मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया और हरदीप सिंह डंग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद दोनों ही मंत्री भोपाल के कोविड डेडिकेटेड चिरायु अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हुए है। कोरोनाकाल में हो रहे उपचुनाव के लिए दोनों ही मंत्री लगातार अपनी विधानसभा में चुनाव प्रचार में जुटे हुए थे।

कोरोना पॉजिटिव मंत्री हरदीप सिंह डंग दो दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ अपनी विधानसभा सुवासरा में एक कार्यक्रम में मंच साझा किया था। हरदीप सिंह डंग ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी देते हुए कहा कि वह इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हुए है और अगले कुछ दिन लोगों से नहीं मिल पाएंगे। हरदीप सिंह डंग ने अस्पताल से जो वीडियो जारी किया है उसमें वह ऑक्सीजन लेते हुए दिखाई दे रहे है। 

वहीं कोरोना की चपेट में आने वाले दूसरे मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया भी कोरोना पॉजिटिव होने के बाद इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हो गए है। मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया बमोरी विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा के प्रत्याशी है। महेंद्र सिंह सिसौदिया ऐसे समय कोरोना संक्रमण की चपेटमें आए है जब दो दिन बाद पच्चीस सितंबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया का बमौरी विधानसभा क्षेत्र में कार्यक्रम होना प्रस्तावित है। ऐसे में अब पार्टी को नए सिरे से अपनी रणनीति बनानी पड़ सकती है। 
 
इसके साथ तीसरे मंत्री एंदल सिंह कंसाना भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के चलते अस्पताल में भर्ती है। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आकर मंत्री बनने वाले एंदल सिंह कंसाना मुरैना की सुमावली सीट से चुनावी मैदान मे है। 
आईसीएमआर की गाइडलाइन के मुताबिक अब कोरोना संक्रमण के चपेट में आने वाले दोनों ही उम्मीदवार कम से कम 10 से 15 दिन के लिए चुनावी मैदान से दूर हो गए है। यह ऐसा समय जब इस दौरान चुनाव आयोग प्रदेश में उपचुनाव की तारीखों का एलान कर देगा। ऐसे में ठीक चुनाव के समय मतदाताओं से दूरी कोरोना संक्रमित उम्मीदवारों को भारी भी पड़ सकती है।  
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मध्यप्रदेश की 28 सीटों पर हो रहे उपचुनाव नेताओं की सेहत पर किस कदर भारी पड़ रहा है इसको केवल इससे समझा जा सकता है कि अब शिवराज कैबिनेट के 13 मंत्रियों समेत 45 के करीब विधायक कोरोना की संक्रमित हो चुके है। उपचुनाव के चुनाव प्रचार के दौरान मंत्री तुलसी सिलावट और प्रभुराम चौधरी भी कोरोना संक्रमित हो चुके है। उपचुनाव की चुनावी रैलियों का खमियाजा दोनों ही पार्टी के छोटे कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम लोगों को भी उठाना पड़ सकता है। 
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उपचुनाव के केंद्र ग्वालियर-चंबल में चुनावी रैलियों के बाद अचानक से कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद हाईकोर्ट ने चुनावी रैलियों को लेकर सख्त नाराजगी दिखाई है। हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने बड़ी चुनावी रैलियों और कार्यक्रम पर रोक लगाते हुए स्थानीय प्रशासन से इस पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए है। 
 

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