उपचुनाव के दौरान संवैधानिक प्रावधानों के चलते इस्तीफा देने वाले सिंधिया सर्मथक तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को फिर से उन्हीं विभागों की जिम्मेदारी दी जा सकती है जो उनके पास पहले थे। उपचुनाव में दोनों ही नेताओं के बड़े अंतर से हुई जीत ने उनके फिर से मंत्री बनने के दावों को और अधिक पुख्ता कर दिया था।
सिंधिया के बेहद करीबी माने जाने वाले तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत प्रदेश में पिछले मार्च में सत्ता परिवर्तन के बाद शिवराज कैबिनेट में मंत्री बने थे। तुलसी सिलावट के पास जल संसाधन और गोविंद सिंह राजपूत के पास परिवहन और राजस्व जैसे बड़े और मलाईदार विभाग थे। कोरोना संक्रमण के चलते राजभवन में होने वाले शपथ ग्रहण कार्यक्रम में सीमित संख्या में लोगों को प्रवेश की अनुमति दी गई है।