बापना बाल अवस्था में साइकल पर अखबार बांटा करते थे। बाद में वे 'अपनी दुनिया' अखबार से जुड़े और फिर सांध्य समाचार पत्र 'अग्निबाण' से। देर शाम जैसे ही इंदौर में उनके निधन का समाचार फैला, पत्रकार जगत शोक में डूब गया। किसी को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि अब वे हमारे बीच नहीं रहे। उनकी अंतिम यात्रा 12 फरवरी को प्रात: 11 बजे उनके निज निवास 18, समृद्धि पार्क (स्कीम नंबर 140) गेट नंबर 1 से निकलकर रीजनल पार्क मुक्तिधाम जाएगी।