नड्डा के काफिले पर हमला : इंदौर के 100 चौराहों पर फूंके गए ममता बनर्जी के पुतले

Webdunia
गुरुवार, 10 दिसंबर 2020 (21:27 IST)
इंदौर (मध्यप्रदेश)। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर पश्चिम बंगाल में हुए हमले को लेकर तीखा आक्रोश जताते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं ने गुरुवार शाम यहां 100 प्रमुख चौराहों पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पुतले फूंके। इंदौर की भाजपा इकाई के अध्यक्ष गौरव रणदिवे की अगुवाई में पार्टी कार्यकर्ता शहर के राजबाड़ा चौक पर जुटे और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनके पुतले को आग के हवाले कर दिया।
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रणदिवे ने कहा कि पश्चिम बंगाल में भाजपा के बढ़ते जनाधार से बौखलाए तृणमूल कांग्रेस के गुंडे लोकतंत्र की हत्या करना चाहते हैं। नड्डा के काफिले पर उनके हमले के बाद ममता बनर्जी सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि नड्डा के काफिले पर हमले के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने शहर के 100 प्रमुख चौराहों पर बनर्जी के पुतले फूंके।
 
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के कथित कार्यकर्ताओं ने नड्डा के काफिले पर उस समय हमला किया, जब वे भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करने डायमंड हार्बर जा रहे थे। इसमें भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सहित पार्टी के कई नेता घायल हो गए। इंदौर, विजयवर्गीय का गृहनगर है और इस हमले पर भड़के उनके समर्थक बनर्जी के खिलाफ आक्रोश जता रहे हैं।

राष्ट्रपति शासन लगाया जाए : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर पश्चिम बंगाल में हमले की पार्टी के स्थानीय विधायक आकाश विजयवर्गीय ने निंदा की। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस शासित सूबे में अगले विधानसभा चुनाव निष्पक्ष रूप से कराने के लिए वहां राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए।
 
आकाश, भाजपा संगठन में पश्चिम बंगाल मामलों के प्रभारी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र हैं। नड्डा के काफिले पर हमले के दौरान घायल भाजपा नेताओं में कैलाश विजयवर्गीय भी शामिल हैं।
 
इंदौर शहर के क्षेत्र क्रमांक-तीन की विधानसभा में नुमाइंदगी करने वाले आकाश ने संवाददाताओं से कहा कि पश्चिम बंगाल में बढ़ती अराजकता को देखते हुए लग रहा है कि अगर वहां अगले विधानसभा चुनाव निष्पक्ष रूप से संपन्न कराए जाने हैं तो राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए ताकि जनता भयमुक्त माहौल में मताधिकार का इस्तेमाल कर सकें।
 
उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि ममता बनर्जी और उनके साथी नहीं चाहते कि देश में सुख-समृद्धि और शांति हो। उनकी सहानुभूति तो बांग्लादेशी घुसपैठियों के साथ ज्यादा लगती है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के काफिले पर हमला घुसपैठियों के प्रति उनकी इसी हमदर्दी का परिणाम है।
 
आकाश ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के गुंडों के हमले में मेरे पिता के हाथ में मामूली चोट आई है। मेरी उनसे फोन पर बात भी हुई है। उनकी हालत फिलहाल ठीक है और उन्होंने मुझसे कहा है कि पश्चिम बंगाल में भाजपा का संघर्ष जारी रहेगा। (भाषा)

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