पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) मनीष कपूरिया ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार आरोपी की पहचान राजरतन तायड़े (25) के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि 12वीं तक पढ़ा तायड़े पेशे से मार्शल आर्ट्स प्रशिक्षक है और कोविड-19 के चलते लागू लॉकडाउन से पहले शहर के केसरबाग रोड स्थित एक क्लब में काम कर रहा था।
डीआईजी के मुताबिक यह जाली मुद्रा 100 रुपए, 500 रुपए और 2,000 रुपए के नोटों की शक्ल में है और इनमें से अधिकांश नोटों पर एक ही नम्बर छपा है। कपूरिया ने कहा कि तायड़े ने पिछले एक माह में मजदूरों, ग्रामीणों, दुकानदारों, सब्जी विक्रेताओं और रेहड़ी वालों के बीच 100-100 रुपए के नकली नोट खपाए हैं।
उन्होंने बताया कि मार्शल आर्ट्स प्रशिक्षक के खिलाफ मारपीट, धमकाने, जबरिया वसूली और ट्रक चोरी के आरोपों में तीन आपराधिक मामले पहले से दर्ज हैं। जाली नोट के मामले में उसके खिलाफ विस्तृत जांच की जा रही है।