चौहान ने कहा कि पद्मावती ने मान-सम्मान के लिए अपनी जान दे दी थी। हमने उनके जीवन और मृत्यु के बारे में बचपन से पढ़ा है। उन्होंने कहा कि इतिहास से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आपत्तिजनक दृश्य हटाने तक फिल्म को प्रदर्शित करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। इसके उलट उन्होंने मध्यप्रदेश में रानी पद्मावती का स्मारक बनाने की घोषणा भी की।
गौरतलब है कि फिल्म के प्रदर्शन रोकने के लिए क्षत्रिय समाज के लोग मुख्यमंत्री से मिलने सीएम हाउस पहुंचे थे। इस प्रतिनिधिमंडल ने फिल्म के ट्रेलर देखकर आशंका जताई थी कि फिल्म के जरिए इतिहास के गलत तथ्य पेश किए गए हैं, जो रानी पद्मावती की छवि को धूमिल कर रहे हैं। प्रतिनिधिमंडल में कई भाजपा विधायक भी शामिल थे।