बताया जा रहा है कि फिल्म को एक दिसंबर तक सेंसर बोर्ड का प्रमाण पत्र नहीं मिल पाएगा, अत: इसकी रिलीज में देरी हो सकती है, क्योंकि सेंसर बोर्ड की स्क्रीनिंग कमेटी ने अब तक फिल्म को नहीं देखा है।
जानकारी के मुताबिक, सेंसर बोर्ड को फिल्म शुक्रवार को दी गई है। यह भी कहा जा रहा है कि सेंसर बोर्ड की प्रक्रिया में दो माह का समय लगता है। ऐसे में एक दिसंबर को तो फिल्म का प्रदर्शन लगभग असंभव ही माना जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि भंसाली की इस फिल्म में दीपिका पादुकोण ने पद्मावती का रोल किया है, जबकि शाहिद कपूर रावल रतनसिंह के किरदार में हैं। रणवीर सिंह अलाउद्दीन खिलजी का किरदार निभा रहे हैं। ध्यान रखने वाली बात यह भी है कि राजपूत समाज के अलावा समाज का एक बड़ा वर्ग इस फिल्म के प्रसारण का विरोध कर रहा है।
आरोप है कि फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ की गई है। साथ ही फिल्म में खिलजी और पद्मावती के प्रणय दृश्य दिखाए गए हैं। हालांकि भंसाली ने इस बात से इंकार किया है। खबरों के मुताबिक, फिल्म 12 जनवरी के आसपास रिलीज हो सकती है।