चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में एक अधिकारी को बात करते हुए बताया गया है कि 20 रुपए क्विंटल की दर से हमें दे देना। इसके अलावा आपको कुछ नहीं देना पड़ेगा। दरअसल, यह राशि नीलामी को 'फिक्स' करने के एवज में मांगी गई थी। साथ ही बीच दलालों को भरोसा दिलाया गया कि कोई भी बोली लगाने नहीं जाएगा, हमारे ही चार-पांच लोग नाम के लिए खड़े रहेंगे। बस, आप हमारा हिस्सा हमें दे देना।
इस वीडियो में खाद्य आपूर्ति विभाग के जीएम श्रीकांत सोनी घूस लेते हुए पकड़े गए। सोनी ने बिचौलियों को यह भी बताया कि किस तरह धांधली की जा सकती है। बताया जाता है कि इस घोटाले में अफसरों का एक बड़ा वर्ग शामिल है। भ्रष्ट अधिकारियों की 'मेहरबानी' से किसानों के हित में शुरू की गई इस योजना को पलीता लग गया है।
तब भी उठे थे सवाल : एक जानकारी के मुताबिक, मध्यप्रदेश में 7 लाख मीट्रिक टन प्याज की पैदावार हुई है। खरीदी के दौरान यह भी आरोप लगे थे कि राज्य में जितना प्याज उत्पादन हुआ है, उससे अधिक की खरीदारी सरकार ने की है। किसानों के भेष में मध्यप्रदेश के बाहर के व्यापारी भी सस्ता प्याज 8 रुपए किलो में सरकार के माथे थोप गए थे।