मप्र सरकार पुजारियों पर मेहरबान, मानदेय की राशि 3 गुना बढ़ाई

शुक्रवार, 1 फ़रवरी 2019 (21:55 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार ने शुक्रवार को शासन द्वारा नियंत्रित मंदिरों के पुजारियों का मानदेय 3 गुना बढ़ाकर 3,000 रुपए देने की घोषणा की है। इसके साथ ही प्रदेश सरकार ऐसे मंदिरों की आर्थिक सहायता भी करेगी, जो अपनी भूमि पर गौवंश की देखभाल करेंगे।
 
 
प्रदेश के नए बने अध्यात्म विभाग के कैबिनेट मंत्री पीसी शर्मा ने बताया कि शासन नियंत्रित ऐसे मंदिर जिनके पास कोई भूमि नहीं है, उनके ऐसे पुजारियों को पूर्व में 1,000 रुपए का मानदेय मिलता था। इसे बढ़ाकर अब 1 जनवरी से 3,000 रुपए प्रतिमाह कर दिया गया है।
 
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार 5 एकड़ तक भूमि वाले मंदिर के पुजारियों का मानदेय 700 रुपए से बढ़ाकर 2,100 रुपए तथा 10 एकड़ भूमि वाले मंदिरों के पुजारियों का मानदेय 520 रुपए से बढ़ाकर 1,560 रुपए प्रतिमाह किया गया है। इससे प्रदेश के 25,000 से अधिक पुजारी लाभान्वित होंगे। साथ ही मध्यप्रदेश औकाफ बोर्ड की मस्जिदों के मुस्लिम मौलवियों को इसी प्रकार मानदेय दिया जाएगा।
 
उन्होंने बताया कि सरकार ऐसे मंदिरों को भी आर्थिक मदद करेगी, जो अपनी भूमि पर गौशालाएं बनाकर गौवंश की देखभाल करेंगे। भाजपा ने 15 साल के शासनकाल में केवल जुबानी जुगाली करने के अलावा गौसंरक्षण के मामले में कुछ नहीं किया। सनद रहे कि प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के घोषणा-पत्र में गौसंरक्षण के लिए प्रदेश में गौशालाएं बनाने का वादा किया गया था।
 
शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने अपने वचन पत्र का एक और वचन पूरा किया है। शर्मा, जो प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री भी हैं, ने कहा कि प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने पहली दफा अपना पंडाल स्थापित किया है तथा इसके साथ ही तीर्थदर्शन योजना के तहत प्रदेश के 4 शहरों- भोपाल, बुरहानपुर, शिवपुरी और परासिया से 4 विशेष रेलगाड़ियां 3,500 यात्रियों को लेकर प्रयागराज रवाना होंगी। इनमें से पहली विशेष रेलगाड़ी भोपाल के हबीबगंज स्टेशन से 12 फरवरी को रवाना होगी। (भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी