भोपाल। नए कृषि कानून पर केंद्र सरकार और किसान संगठनों की आर-पार की लड़ाई के बीच अब मध्यप्रदेश कांग्रेस खुलकर किसानों के सर्मथन में सड़क पर उतर आई है। कृषि कानूनों के विरोध में आज मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कांग्रेस के बड़े नेता और कार्यकर्ता एक साथ सड़क पर उतरे। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की अगुवाई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राजभवन घेराव की कोशिश भी की इस पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर टियर गैस और वॉटर कैनन का भी उपयोग किया।
पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार कांग्रेस कार्यकर्ता और पार्टी के बड़े नेता सुबह 11 बजे के जवाहर चौक पर धरना स्थल पर एकत्र हुए। सभा को संबोधित करते हुए पीसीसी चीफ कमलनाथ ने केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की शिवराज सरकार को किसानों को विरोधी बताया। सभा के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता राजभवन के घेराव के लिए आगे बढ़े तो पुलिस ने उनको रोशनपुरा चौराहे पर रोक लिया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्तों ने बैरिकेड्स के उपर चढ़ने की कोशिश की तो पुलिस ने पहले कार्यकर्ताओं से अपील की लेकिन कार्यकर्ता नहीं माने और उनकी पुलिस के साथ झूमाझटकी भी शुरु हो गई।
वहीं जब कांग्रेस कार्यकर्ता आगे बढ़ने पर अड़े रहे और पुलिस के बेरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश की तो पुलिस ने उनके खिलाफ हल्का बल भी प्रयोग किया। इस दौरान कई महिला कार्यकर्ता चोटिल भी हो गई। राजभवन घेराव के लिए अड़े कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पहले वॉटर कैनन का उपयोग किया फिर टियर गैस का उपयोग भी किया। हलांकि इस दौरान पुलिस बार कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पीछे हटने की अपील करती रही।
पिछले मार्च में प्रदेश में सत्ता से बेदखल होने के बाद यह पहला मौका था जब कांग्रेस के बड़े नेता किसी प्रदर्शन में एक साथ सड़क पर उतरे। कृषि कानून के खिलाफ हुए इस प्रदर्शन को कांग्रेस का शिवराज सरकार के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन से भी जोड़कर भी देखा जा रहा है। कांग्रेस के राजभवन घेराव करने के दौरान पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी को हिरासत में ले लिया।