Mahatma Gandhi Birth Anniversary : 02 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती मनाई जा रही है। वे एक महान सोच वाले साधारण व्यक्ति थे। वे सिर्फ नेता ही नहीं, बल्कि अहिंसा के पुजारी तथा युगपुरुष थे। उन्हें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता माना जाता है, जिन्होंने सत्य, अहिंसा और कर्तव्य पथ पर चलते हुए हमारे देश को आजादी दिलाई।
उनकी जयंती पर यहां पाठकों के लिए प्रस्तुत हैं कुछ खास कोट्स...
1. भविष्य में क्या होगा, मैं यह नहीं सोचना चाहता। मुझे वर्तमान की चिंता है। ईश्वर ने मुझे आने वाले क्षणों पर कोई नियंत्रण नहीं दिया है।
2. अपनी गलती को स्वीकारना झाड़ू लगाने के समान है जो सतह को चमकदार और साफ कर देता है।
3. प्रार्थना मांगना नहीं है। यह आत्मा की लालसा है। यह हर रोज अपनी कमजोरियों की स्वीकारोक्ति है। प्रार्थना में बिना वचनों के मन लगाना, वचन होते हुए मन न लगाने से बेहतर है।
4. महात्मा गांधी ने कहा था कि राजनीतिक स्वतंत्रता से ज्यादा जरूरी स्वच्छता है।
5. गांधी जी कहते थे- चलिए सुबह का पहला काम ये करें कि इस दिन के लिए संकल्प करें कि मैं दुनिया में किसी से नहीं डरूंगा। नहीं, मैं केवल भगवान से डरूं। मैं किसी के प्रति बुरा भाव न रखूं। मैं किसी के अन्याय के समक्ष झुकूं नहीं। मैं असत्य को सत्य से जीतूं और असत्य का विरोध करते हुए मैं सभी कष्टों को सह सकूं।
6. बापू के अनुसार पाप से घृणा करो, पापी से प्रेम करो।
7. स्वच्छता को अपने आचरण में इस तरह अपना लो कि वह आपकी आदत बन जाए।
8. कुछ लोग सफलता के केवल सपने देखते हैं जबकि अन्य व्यक्ति जागते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं।
9. प्रेम दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति है और फिर भी हम जिसकी कल्पना कर सकते हैं उसमें सबसे नम्र है।
10. मैं हिन्दी के जरिए प्रांतीय भाषाओं को दबाना नहीं चाहता, किंतु उनके साथ हिन्दी को भी मिला देना चाहता हूं।
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