हरदा में क्षत्रिय हॉस्टल में पुलिस के लाठीचार्ज मामले ने पकड़ा तूल, सीएम ने तलब की पूरी रिपोर्ट

विकास सिंह

बुधवार, 16 जुलाई 2025 (20:02 IST)
भोपाल। हरदा में करणी सेना के प्रदर्शन के दौरान क्षत्रिय हॉस्टल में घुसकर पुलिस के लाठीचार्ज पर अब सूबे की सियासत गरमा गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन हरदा से मामले की विस्तृत जांच कर डिटेल रिपोर्ट तलब की है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 'एक्स' पर कहा कि प्रदेश में सामाजिक न्याय और परस्पर सद्भाव बना रहे, यही हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने की किसी को भी अनुमति नहीं दी जाएगी। वहीं पुलिस की कार्रवाई के विरोध में अब प्रदेश के कई जिलों में क्षत्रिय समाज के लोग गोलबंद हो रहे है और सड़क  पर उतकर विरोध प्रदर्शन कर रहे है।

दिग्विजय सिंह ने की न्यायिक जांच की मांग-वहीं हराद मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग के साथ कलेक्टर और एसपी को हटाने की मांग की है। दिग्विजय सिंह पूरी घटना की  प्रत्यक्षदर्शी छात्रा के घर जाने और उससे अपनी बातचीत का वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया  है। वीडियो में छात्रा ने बताया कि, वहां बड़े-बड़े दादा जी लोग पुलिस अधिकारी से बात कर रहे थे। वो जैसे ही बात करके बाहर गए और पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस वाले बहुत बेरहमी से मार रहे थे। एक आदमी को घुटनों और पीठ पर मारते रहे। कई लोगों को अंदर घुसने की जगह नहीं मिली। उनके साथ बहुत मारपीट की गई। पुलिस ने पैरों से कई कमरों के गेट तक तोड़ दिए।

वहीं छात्रा के पिता ने बताया कि मेरी बेटी जोर-जोर से रो रही थी। जो लोग कमरे में थे, उन्होंने कहा कि, अगर आप बाहर निकलोगे तो पुलिस हमारे साथ मारपीट करेगी। मेरी बेटी रोती रही। तब उन्होंने सीटी बजाई फिर करणी सेना के लोग बाहर आ गए। उसके बाद मैं बाहर आया।

क्या है पूरा मामला?- हरदा में इंदौर के एक व्यापारी द्वारा हीरा बेचने के मामले से असंतुष्ट करणी राजपूत सेना के लोगों ने शनिवार को शहर के खंडवा बायपास पर धरना दिया और रास्ता जाम किया। धरना को खत्म करने के लिए रविवार को पुलिस ने लाठीचार्ज किया था इस दौरान राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर और उनके साथियों पर पुलिस ने लाठियां बरसाई थी।

पुलिस ने पहले प्रदर्शनकारियों को पानी की बौछार से तितर-बितर करने की कोशिश की,  इसके बाद भी जब प्रदर्शनकारी नहीं माने तो पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले छोड़े फिर लाठीचार्ज किया। पुलिस के लाठीचार्ज और कार्रवाई से बचने के लिए जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने एक दुकान में घुसकर शटर गिरा लिया तो पुलिस ने बुलडोजर से शटर तोड़कर सभी प्रदर्शनकारियों को बाहर निकाला और जमकर पीटा। इस दौरान पुलिस की एक टीम राजपूत छात्रावास में घुसी और वहां पर भी लोगों पर लाठीचार्ज किया। इस दौरान एक छात्रा के भी रोने का वीडिया सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वायरल वीडियो में छात्रा काफी डरी हुए थी और जोर-जोर से चीख रही थी, जिसको लेकर अब सिसायत गरम गई है।

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