दूसरों के दुख की अनुभूति करने वाला ही सच्ची सेवा कर सकता है
बुधवार, 10 अगस्त 2022 (14:39 IST)
इंदौर। दिव्य प्रेम सेवा मिशन, हरिद्वार के कार्यक्रम में भाजपा के सह-संगठन मंत्री शिवप्रकाश ने कहा जो दूसरों के दुख की अनुभूति स्वयं में करता वही सच्ची सेवा कर सकता है। अगर सेवा के बदले कुछ प्राप्ति हो तो वो सेवा नहीं व्यापार है। सेवा तन, मन और धन तीनों तरह से की जा सकती। दया वह करता है, जो स्वयं को बड़ा मानता है।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में शिवप्रकाश ने कहा कि हमने सेवा के सिद्धांतों पर किताबी चर्चा तो बहुत की, लेकिन उसे व्यावहारिक आचरण में उतारना भूल गए। परिणाम यह हुआ कि मिशनरियों ने हमारे गरीब भाइयों को बड़े पैमाने पर धर्मांतरण करा दिया। उग्रवाद, माओवाद, आतंकवाद उसी का परिणाम है।
पहले रोटी फिर संस्कार : उन्होंने कहा कि अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा, जो गरीब हैं, वंचित हैं, उनके पास समाज जाए ताकि वे गलत हाथों में नहीं चले जाएं। स्वामी विवेकानंद भी यही कहते थे कि यदि किसी गरीब की सेवा करना हो तो पहले उसे रोटी दो और बाद में संस्कार दो। भूखे पेट से भजन भी नहीं होते। इसी सेवा भाव से आज दिव्य प्रेम सेवा मिशन हरिद्वार कार्य कर रहा है, जिससे हमें भी प्रेरणा लेना चाहिए।
नर सेवा ही नारायण सेवा : अध्यक्षीय उदबोधन में मोहन मंगल ने कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा है। मैंने स्वयं हरिद्वार में जाकर प्रत्यक्ष देखा है कि दिव्य प्रेम सेवा मिशन, हरिद्वार कुष्ठ रोग से पीड़ित समाज की शिव भाव से सेवा कर रहा है। समाज का दायित्व है कि वह ऐसे मिशन का तन, मन, धन से सहयोग करे।
भारतीय शक्ति संस्थान, मुंबई के प्रमुख बाबा मोरी ने कहा कि शिव का अर्थ है कल्याण और शक्ति के बगैर शिव भी कुछ नहीं। शक्ति सबके पास है, लेकिन जो उसका इस्तेमाल समाज हित में करता है, वही सच्ची शक्ति है। आज ऐसी ही ऊर्जा की आवश्यकता है।
सेवा के 25 प्रकल्प : दिव्य प्रेम सेवा मिशन, हरिद्वार के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. आशीष गौतम ने कहा कि सेवा, साधना और संबोधि के भाव को लेकर दिव्य प्रेम सेवा मिशन समाज में गत 25 वर्षों से कार्य कर रहा है। जहां सेवा के एक दो नहीं बल्कि 25 प्रकल्प चल रहे हैं और उनसे हजारों-लाखों लोग लाभान्वित हो रहे हैं। हरिद्वार में गरीब बच्चों के लिए विद्यालय है, छात्रावास है, भोजनालय है और अब एक ध्यान मंदिर बनने जा रहा है। इसी वर्ष एक करोड़ 61 लाख 11 हजार 111 पार्थिव शिवलिंग का पूजन अभिषेक, अर्चन कर अभिषेक किया गया। सभी सेवा कार्य शिवभाव से हो रहे हैं।
कार्यक्रम में महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक रमेश मेंदोला, महेंद्र हार्डिया, आईडीए अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, वरिष्ठ भाजपा नेता गोविंद मालू, राधेश्याम शर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे। इस मौके पर श्रीमती उमा सक्सेना ने दिव्य प्रेम सेवा मिशन के अपने अनुभव बताए। कार्यक्रम में संस्था के सेवा कार्यों पर केंद्रित एक लघु फिल्म दिखाई गई। कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्जवलन और कुमारी आयुशी लिमये की सरस्वती वंदना से हुआ।