भोपाल। अपने बयानों के लिए अक्सर चर्चा में रहने वाली भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने दशहरा उत्सव के मंच को भी राजनीति का मैदान बना दिया। राजधानी के एमवीएम कॉलेज के मैदान में दशहरा उत्सव कार्यक्रम में पहुंची साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने मंच से कांग्रेस को जमकर खरी-खोटी सुनाई। कोरोना काल में भोपाल में गुमशुदगी के पोस्टर लगने पर भड़कते हुए साध्वी प्रज्ञा ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। इसके साथ ही उन्होंने पिछले दिनों अपने कबड्डी खेलते हुए वायरल वीडियो करने वाले को रावण बताने के साथ कहा कि ऐसे लोगों का बुढ़ापा खराब हो जाता है।
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि “हम पीड़ित भी दूसरों की पीड़ा से भी होते है, मुझे मालूम है कि वह बीमार है। इसलिए संवेदना रखो, मानवीयता रखो तो तुम पशु भी नहीं होंगे। पशु में भी संवेदना होती है। पहले तो प्रताड़ना दी और जब हम पीड़ित होते है तो यह हमारी गुमशुदा का पोस्ट लगाते है। ऐसे लोगों को शर्म और लाज आनी चाहिए, ऐसे लोग विधायक बनने के लायक भी नहीं है। ऐसे कांग्रेसियों को शर्म आनी चाहिए, ऐसे देशद्रोहियों को शर्म आना चाहिए, इनके लिए भारत में जगह नहीं है. भारत में सिर्फ राष्ट्रभक्त रहेगा, राष्ट्र हिंदुओं के साथ है, राष्ट्रभक्त ही हिंदू होते हैं।
साध्वी प्रज्ञा जब मंच से कांग्रेस को कोस रही थी तब वहां पर कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा भी मौजूद थे। पहले तो पीसी शर्मा भाषण सुनते रहे लेकिन इसके बाद नाराज होकर वहां से कार्यक्रम छोड़कर चले गए। भाजपा नेता राहुल कोठरी ने पीसी शर्मा को रोकने की कोशिश की लेकिन वह नहीं रूके। पीसी शर्मा के मंच के जाने से कार्यक्रम में शामिल अन्य पदाधिकारी भी असहज हो गए।
वहीं पीसी शर्मा ने कहा दशहरा के सार्वजनिक मंच से सांसद साध्वी प्रज्ञा ने जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया वह सहीं नहीं है। सांसद प्रज्ञा जिस तरह कबड्डी और गरबा खेल रही है इससे पता चलता है कि उनका स्वास्थ्य सहीं है और कोर्ट को संज्ञान में लेकर इनकी जमानत याचिका खारिज कर जेल भेजे।