सेल्फी लेते समय लापता हुए, मुश्किल से मिले...

मंगलवार, 29 नवंबर 2016 (12:44 IST)
इंदौर। सोमवार शाम सुदामा नगर से पिकनिक मनाए के लिए घर से निकले 5 युवक और एक युवती कजलीगढ़ पहुंचे, लेकिन यहां सेल्फी लेते समय जंगल में भटक गए। ये सभी कॉलेज के छात्र हैं। हालांकि बाद में पुलिस ने उन्हें खोज लिया। 
 
शाम को जब परिजनों ने इन्हें फोन किया तो सभी के फोन बंद मिले। घबराए परिजन रात को कजलीगढ़ पहुंचे तो उन्हें किले पर मंदिर के पास उनके दोपहिया वाहन तो खड़े मिले, लेकिन युवकों और युवती का कहीं पता नहीं था। लापता होने वालों में सुदामानगर निवासी 18 वर्षीय दीपेश बुंदेला, विश्वकर्मा नगर निवासी 19 वर्षीय लक्ष्य साहू, बैंक कॉलोनी का रहने वाला हेमंत दाइगुडे (21) के अलावा राहुल और सृष्टि हैं।
 
परिजन इसलिए भी घबरा गए थे क्योंकि पिछले वर्ष कजलीगढ़ में क्षेत्र में कई युवतियों के साथ जबर्दस्ती किए जाने की सनसनीखेज खबरें सामने आई थीं। परिजनों ने ग्रामीणों की मदद से इन्हें ढूंढने की कोशिश की, साथ ही सिमरोल पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई। 
सूचना मिलने पर सिमरोल पुलिस भी मौके पर पहुंची और तलाशी अभियान चलाया। सिमरोल थाना प्रभारी हाकमसिंह पवार ने बताया कि यह बच्चे कजलीगढ़ के जंगल में सेल्फी लेते समय भटक गए थे। रात 2 बजे इन बच्चो को जंगल से ढूंढ निकाला।
 
क्या है कजलीगढ़ का काला सच... पढ़ें अगले पेज पर....

गौरतलब है कि डेढ़ साल पहले इंदौर में टूरिस्ट स्पॉट कजलीगढ़ पर 2 साल में 45 लड़कियों से कथित सामूहिक दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला सामने आया था। यह खुलासा प्रेमी युगल को टारगेट कर लूटपाट करने वाले गिरोह के सरगना की गिरफ्तारी के बाद हुआ था।
 
इस पूरे मामले में चौंकाने वाली बात यह थी कि किसी भी पीड़ित प्रेमी युगल ने पुलिस को शिकायत दर्ज नहीं कराई। 
 
कजलीगढ़ इंदौर से 16 किलोमीटर दूर है। प्रेमी युगल यहां एकांत की तलाश में बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। ऐसे प्रेमी युगलों के साथ हथियारों के दम पर लूट और ज्यादती की जाती थी। गिरोह के सरगना श्रीराम ने बताया था कि पिकनिक स्पॉट पर सुनसान इलाके में प्रेमी युगल नजर आते हैं, तो उन्हें गिरोह के सदस्य घेर लेते थे। प्रेमी को बंधक बना लिया जाता था और प्रेमिका के साथ ज्यादती की जाती थी।
 
श्रीराम ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया था कि पिछले दो साल में उनके गिरोह के सदस्य 45 लड़कियों के साथ दुष्कर्म कर चुके हैं, 18 वारदातों में वह खुद भी शामिल रहा था।  30 साल का श्रीराम नशे का आदी था, वह दिनभर नशा करता रहता है। नशे की जरूरत पूरा करने के लिए पैसे की कमी पड़ने लगी तो पहले लूटपाट शुरू की और फिर प्रेमी युगल को टारगेट कर लूट के साथ ज्यादती की वारदातों को अंजाम दिया करता था।
 
लड़कियों के साथ सामूहिक ज्यादती के दौरान गिरोह के सदस्य उसकी वीडियो क्लिपिंग भी तैयार कर लेते थे। बदनामी के डर से लड़कियां किसी को भी कुछ नहीं बताती थीं। हालांकि बाद में पुलिस जांच में कुछ भी सामने नहीं आया था। 

वेबदुनिया पर पढ़ें