एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कई बार राजतिलक होते-होते वनवास भी हो जाता है,लेकिन वह किसी न किसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए होता है। वहीं उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का पद तो आ जा सकता है, लेकिन मामा और भाई का पद कभी कोई नहीं छीन सकता है। मामा आपके बीच ही रहेगा, यहां से कहीं नहीं जाएगा।
वहीं बुधनी पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री से एक बार फिर महिलाएं गले से लिपटकर रोने लगीं। इस दौरान शिवराज ने महिलाओं को ढांढस बंधाते हुए कहा कि वह उनके बीच ही रहेंगे और सरकार कोई भी योजना बंद नहीं करेगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं बहुत गंभीरता से कह रहा हूं कि तुम्हें छोड़कर कभी नहीं जाऊंगा। क्या इतने छोटे बच्चे कभी सभा में आते हैं। ये अपने मामा लिए आते हैं। बहनों की योजनाएं भी जारी रहेगी और भांजे-भांजियों के कल्याण में भी कोई कसर नहीं रहेगी। शिवराज ने कहा कि लाड़ली बहना के लिए हमने जो कहा है, वह हम करेंगे, सरकार भाजपा की है, कांग्रेस की सरकार थोड़े ही है।
दरअसल विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद शिवराज सिंह चौहान लगातार जनता के बीच सक्रिय है और वह आलाकमान को यह मैसेज देने की कोशिश कर रहे है कि वह आज भी मध्यप्रदेश में भाजपा के सबसे लोकप्रिय चेहरे है। शिवराज सिंह चौहान लगातार इमोशनल कार्ड का दांव चल रहे है। मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद उन्होंने भावुक संदेश देते हुए कहा था कि “मित्रो अब विदा, जस की तस धर दीनी चदरिया”। मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद शिवराज सिंह चौहान विदिशा पहुंचे थे जहां पर महिलाएं शिवराज से लिपट कर रोने लगी तो पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी अपने आंसू नहीं रोक पाएं और वह बेहद भावुक नजर आए। इस दौरान शिवराज महिलाओं को ढांढस बांधते हुए नजर आए वहीं महिलाओं ने कहा कि “भैय्या आप क्यों चले गए, मामा जी वापस आना, अपनी बहनों के लिए वापस आना।
मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद शिवराज ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर अपनी पहचान “भाई और मामा” के रुप में बना कर रखी है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री मोहन यादव के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी लोगों ने घेर लिया था और मामा-मामा के नारे लगाए थे। इस दौरान शिवराज सिंह चौहान अपनी गाड़ी से उतरकर लोगों से मिले, इस दौरान कई महिलाएं भावुक हो गई और उन्होंने शिवराज सिंह चौहान से कहा कि अब एक दिन प्रधानमंत्री बनें।