चौहान ने कहा कि हाल ही में बना हुआ विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस) एक साझा चेहरा तय करने में विफल रहा है, जो इस सप्ताह की शुरुआत में बेंगलुरु में घोषित 26 दलों के समूह का नेतृत्व करेगा। भाजपा नेता ने इस नए गठबंधन को लेकर भाजपा के विरोधी दलों का मजाक उड़ाया।
चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता इतनी जबरदस्त है कि अलग-अलग राज्यों में एक-दूसरे को पानी पी-पीकर गाली देने वाले, कोसने वाले, आपस में लड़ने वाले अब दिल्ली में दोस्ती इसलिए कर रहे हैं कि मोदीजी अगर रहे तो इनके काले कारनामे, जो इन्होंने किए हैं, भ्रष्टाचार जो इन्होंने किया है, वो किसी भी कीमत पर बचेंगे नहीं। और इसलिए जो दागदार हैं, वो सब इकट्ठे हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के समर्थन की बाढ़ देखकर सभी विरोधी दल एक पेड़ पर बैठने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अभी दूल्हा तो तय नहीं हुआ और फूफा नाराज हो गए... आपने बीच में देखा होगा, कभी (बिहार के मुख्यमंत्री) नीतीश कुमार ने कहा कि मैं 'इंडिया' से सहमत नहीं हूं, कभी (राष्ट्रीय जनता दल के नेता) लालू प्रसाद यादव कुछ कह रहे हैं। अभी तो बिना दूल्हे की बारात में फूफा नाराज हुए हैं, कल क्या होगा?
चौहान ने कहा कि मुझे यह कहते हुए गर्व है कि पिछले 17 वर्षों में मध्यप्रदेश ने विकास का एक नया इतिहास रचा है। प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है इसलिए हम विकास पर्व मना रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा के शुक्रवार को ग्वालियर का एक दिवसीय दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि याद कीजिए वो दिन, जब 2003 तक श्रीमान बंटाधारजी की सरकार (कांग्रेस नीत दिग्विजय सिंह की सरकार) हुआ करती थी तो न बिजली थी, न पानी और न ही सड़कें।
चौहान ने 17 दिसंबर 2018 से 20 मार्च 2020 तक कांग्रेस नीत कमलनाथ की सरकार की ओर इशारा करते हुए कहा कि और सवा साल वो थे, जब किसानों का कर्ज माफ एवं बेरोजगारी भत्ता दिए जाने के लिए किए गए वादे निभाए नहीं गए। कांग्रेस ने अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी अब मध्यप्रदेश आई हैं तो उन्हें इन बातों का जवाब देना होगा।(भाषा)