हालांकि अभी इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि आखिर शिवराज के साथ यह स्थिति क्यों निर्मित हुई। साथ ही इस संबंध में मुख्यमंत्री की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। दूसरी ओर मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रमुख प्रवक्ता केके मिश्रा ने मुख्यमंत्री के खिलाफ धारा-332 और 353 के तहत मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की है।