संत सियाराम बाबा का आश्रम मध्यप्रदेश में खरगोन जिला मुख्यालय से करीब 65 किलोमीटर दूर भट्यान गांव में नर्मदा किनारे स्थित है। गांव के लोग बाबा से जुड़ी कई चमत्कारिक घटनाएं बताते हैं। बाबा के दर्शनों के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु नर्मदा किनारे स्थित इस गांव में आते हैं। बाबा का डोला आज दोपहर 3 बजे भट्यान गांव में निकलेगा। इसके बाद शाम 4 बजे उन्हें नर्मदा तट पर अंतिम विदाई दी जाएगी।
बाबा ने बारह वर्षों तक मौन भी धारण कर रखा था। आश्रम में आने वाले भक्तों से वे दान में सिर्फ दस रुपए ही लेते थे। उस धनराशि का उपयोग भी वे आश्रम से जुड़े कामों में लगा देते थे। कपड़े के नाम पर उनके तन पर केवल एक लंगोट होती थी। कड़ाके की ठंड हो, बरसात हो या फिर भीषण गर्मी, बाबा लंगोट के अतिरिक्त कुछ धारण नहीं करते।
संत सियाराम बाबा को निमोनिया की शिकायत थी, जिसके चलते उनका स्वास्थ्य बिगड़ा था। इलाज के बाद वे कुछ समय अस्पताल में रहे, फिर भट्टयान आश्रम वापस लौट आए थे।