जानकारी के अनुसार राजस्थान के भीलवाड़ा निवासी पन्नालाल गाडरी के पुत्र गौरव का नीमच जिले के सरवानिया महाराज के रामप्रसाद पाल की पुत्री चेतना से विवाह तय हुआ था। इसके बाद विवाह का शुभ मुहूर्त निकला। दूल्हा हेलीकॉप्टर से अपनी दुल्हन को लेने नीमच पहुंचा। हेलीकॉप्टर में दूल्हे के अतिरिक्त उसकी दो बहनें, पिताजी व पूफाजी सवार थे। जबकि अन्य बाराती बस, कार व अन्य संसाधनों से नीमच आए।
नीमच जिले के सरवानिया महाराज में बारात का भव्य स्वागत हुआ। दूल्हे ने कहा- मेरे पिता का सपना था हेलीकॉप्टर से बारात ले जाना। पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर गौरव ने बताया कि पिता ने मेरे जन्म के साथ ही इस सपने को देखा था। पिता के इसी सपने को आज पूरा कर मन को बड़ी शांति मिल रही है। परिजन भी शादी को लेकर बड़े उत्साहित है।
वहीं दूल्हे के पिता पन्नालाल गाडरी ने कहा कि मैंने यह सपना देखा था कि मेरे बच्चे की शादी धूमधाम के साथ हो। मेरा बेटा राजकुमार की तरह हेलीकॉप्टर से अपनी दुल्हन को लेने जाए। आज मेरा यह सपना साकार हो रहा है। भगवान की असीम कृपा से बेटे ने मेरे सपने को सकार कर मुझे अमूल्य उपहार दिया है। मैं आज बेहद खुश हूं। बेटे की शादी की खुशी तो हर पिता को होती है, लेकिन मुझे आज दोगुनी खुशी मिली है।