गौरतलब है कि इससे पहले इसी साल उमा भारती ने 21 जनवरी को भी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से शराबंदी को लेकर मांग की थी। उमा भारती ने जेपी नड्डा से सार्वजनिक अपील करते कहा था कि जहां भी भाजपा की सरकारें हैं उन राज्यों में पूर्ण शराबबंदी की जाए। इसके साथ ही उमा भारती ने लिखा कि थोड़े से राजस्व का लालच और शराब माफिया का दबाव शराबबंदी नहीं होने देता है।
उमा भारती ने अपने ट्वीट में लिखा था कि राजनीतिक दलों को चुनाव जीतने का दबाव रहता है लेकिन बिहार की भाजपा की जीत साबित करती है कि शराब बंदी के कारण महिलाओं ने एकतरफा वोट नीतीश कुमार को दिए हैं। शराबबंदी कहीं से भी घाटे का सौदा नहीं है। शराब बंदी से होने वाले राजस्व क्षति को कहीं से भी पूरा किया जा सकता है।