भोपाल। कर्नाटक हिजाब विवाद के बाद अब मध्य प्रदेश की एक यूनिवर्सिटी में मुस्लिम छात्रा के हिजाब पहनकर क्लास रूम में नमाज पढ़ने का मामला सामने आया है। सागर के डॉ.हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय में मुस्लिम छात्रा के नमाज पढ़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस मामले में हिंदू संगठनों की आपत्ति के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है।
मुस्लिम छात्रा के क्लासरूम में नमाज पढ़ने का वीडियो सामने आने के बाद हिंदू जागरण मंच द्वारा विश्वविद्यालय को कार्रवाई की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपा गया। यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार संतोष सहगौरा ने बताया कि वीडियो क्लिप के साथ शिकायत मिली है और इसकी जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति बना दी गई है। उन्होंने कहा कि यह कमेटी मामले की जांच करेगी और तीन दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी, जिसके आधार पर एक्शन लिया जाएगा।
वहीं,विश्वविद्यालय में एक छात्रा द्वारा नमाज अदा करने पर कुलपति नीलिमा गुप्ता ने कहा,“हमने एक समिति बनाई है जो इस मामले के तथ्यों को रखेगी। छात्रों को निर्देश दिया गया है कि सारे धार्मिक कार्य वह अपने निवास स्थान या धर्मस्थल पर ही करें जिससे विश्वविद्यालय में पढ़ाई का माहौल रहे।”
विश्वविद्यालय के मीडिया अधिकारी विवेक जायसवाल ने कहा कि शैक्षणिक संस्थान के परिसर में छात्रों के लिए कोई औपचारिक ड्रेस कोड निर्धारित नहीं है, लेकिन छात्रों को नैतिक यूनिफॉर्म पहनकर आना जरूरी है। वहीं, हिंदू जागरण मंच की सागर इकाई के अध्यक्ष उमेश सराफ ने बताया कि वीडियो में दिख रही लड़की लंबे समय से हिजाब पहनकर आती रही है।
उन्होंने कहा“शैक्षणिक संस्थानों में इस तरह की धार्मिक गतिविधियों की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। वह लंबे समय से हिजाब में आ रही थी लेकिन शुक्रवार की दोपहर उसे क्लास के अंदर नमाज पढ़ते हुए देखा गया। यह आपत्तिजनक है। इस मामले में यूनिवर्सिटी के वीसी और रजिस्ट्रार के समक्ष शिकायत की गई है।” इस दौरान सराफ ने कर्नाटक हाई कोर्ट के फैसले का भी जिक्र किया।