कैबिनेट मंत्री विजय शाह को रोकने पर बवाल, कांग्रेस ने कहा- आदिवासी विरोधी BJP

Webdunia
शनिवार, 18 सितम्बर 2021 (18:46 IST)
जबलपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के कार्यक्रम से पहले मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार के वन मंत्री विजय शाह का हाईवोल्टेज ड्रामा सुर्खियों में आ गया। आदिवासियों के कार्यक्रम में- आदिवासी मंत्री का अपमान' शीर्षक के साथ वीडियो वायरल हो रहा है।

गोंडवाना साम्राज्य के अमर शहीद राजा शंकर शाह रघुनाथ शाह के 164वें बलिदान दिवस के अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह उनके शहीद स्थल पर आने वाले थे। प्रोटोकॉल के तहत मौजूद पुलिस बल केवल उन्हीं व्यक्तियों को प्रवेश दे रहा था जिनकी सूची शासन की ओर से उपलब्ध कराई गई थी।
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आदिवासी विरोधी बीजेपी :

जबलपुर में क्रांतिकारी शहीद शंकर शाह, रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस में शामिल होने पहुंचे बीजेपी के वन मंत्री विजय शाह को ही नहीं मिला प्रवेश, नाराज होकर दूर से ही प्रणाम कर वापस लौटे।

शिवराज जी,
आदिवासियों के कार्यक्रम में,
आदिवासियों को नहीं जाने जाते..? pic.twitter.com/p5AOHtpVYN

— MP Congress (@INCMP) September 18, 2021 >वन मंत्री विजय शाह का नाम अतिथियों की सूची में नहीं था। खबरों के मुताबिक विजय शाह ने प्रोटोकॉल तोड़कर प्रवेश करने की कोशिश की। ऐसी स्थिति में उन्हें आगे बढ़ने से रोकने के लिए मौजूद पुलिस बल उनके सामने एक लाइन में खड़ा हो गया। इसके बाद वन मंत्री विजय शाह ने विपक्ष के नेता की तरह प्रतिक्रिया करना शुरू कर दिया। 
 
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आजादी के अमृत महोत्सव पर देश और धर्म की रक्षा के लिए प्राणों की आहुति देने वाले जनजातीय नायक अमर शहीद राजा शंकर शाह और उनके पुत्र कुंवर रघुनाथ शाह के 164वें बलिदान दिवस पर आज यहां माल गोदाम चौक पहुंचकर यहां स्थापित उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
 
इस मौके पर श्री शाह को श्री चौहान और केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने स्वाधीनता आंदोलन के नायक राजा शंकरशाह एवं रघुनाथ शाह की मंडला जिला स्थित पवित्र जन्म स्थली और रामनगर मंडला में स्थापित गोंडवाना साम्राज्य के राजस्तंभ का चित्र भेंट किया।
 
आजादी के 75 वें अमृत महोत्सव के अंतर्गत केन्द्रीय गृहमंत्री श्री शाह और मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गोंडवाना साम्राज्य के राजा शंकर शाह एवं कुंवर रघुनाथ शाह की बलिदान गाथा का स्मरण किया। गोंडवाना साम्राज्य के राज परिवार को प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में भारत के रजवाड़ों में प्रथम बलिदानी होने का गौरव हासिल है, जिन्हें तोप के मुंह से बांधकर मृत्यु दी गई।

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