विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, नौ से 11 जुलाई के दौरान उत्तरी बंगाल खाड़ी पर एक कम दबाव क्षेत्र/ चक्रवात परिसंचरण विकसित होने की संभावना है, इसके बाद 13 से 15 जुलाई के दौरान उसी क्षेत्र में एक और कम दबाव वाला क्षेत्र भी विकसित होने की संभावना है। परिणामस्वरूप अगले एक हफ्ते सात से 11 जुलाई के दौरान मध्यप्रदेश में वर्षा गतिविधियों की व्यापकता बढ़ाने की संभावना है।
विभाग ने कहा है कि प्रदेश के इंदौर एवं होशंगाबाद संभागों में अधिकांश दिनों के दौरान वर्षा गतिविधियों की काफी संभावना है। इस दौरान पूर्वी मध्यप्रदेश में अनेक स्थानों पर वर्षा के साथ कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना है। नौ जुलाई से 11 जुलाई के दौरान उज्जैन, ग्वालियर, चम्बल संभाग एवं छतरपुर, टीकमगढ़, रीवा, सतना, सीधी, पन्ना एवं उमरिया जिलों में अधिकांश से अनेक स्थानों पर वर्षा के साथ कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना है।