हिन्दू शास्त्रों में कहा गया है कि वैसे तो पाप से कोई भी अछूता नहीं है, लेकिन फिर भी कुछ ऐसे पाप है जिन पर ध्यान देना जरूरी है। अन्यथा आप धीरे-धीरे मौत के नजदीक पहुंच जाएंगे। अत: प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में मन, वचन, कर्म से एक रहना चाहिए। इस पर ध्यान देना चाहिए। ऐसे कई लोग है जिनके पाप उजागर हो जाते हैं और कुछ के नहीं। जिनके उजागर नहीं होते तो इसका यह मतलब नहीं कि वे बचे हुए हैं।
- खुद के शरीर के प्रति लापरवाह
- मित्र के साथ विश्वासघात करना
- घर में आग लगाना या कलह करवाना
दूसरों में दोष निकालने के बजाय खुद की कमियों पर भी ध्यान देना जरूरी है। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो कई तरह की परेशानियों से घिर जाते हैं। जो भी लोग खुद को निर्दोष या निष्पाप समझ रहे हैं उन्हें जरा खुद के भीतर भी झांक लेना चाहिए। जो व्यक्ति खुद के गुण या अवगुण नहीं देख पाता है वह भी पाप की श्रेणी में ही आता है।