नई दिल्ली। आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एक बार फिर भाजपा और शिवसेना की सरकार बन सकती है। कांग्रेस के गठबंधन को इस बार पहले की तुलना में और कम सीटें मिलती दिख रही हैं।
महाराष्ट्र में इस बार भाजपा-शिवसेना गठबंधन को 205 सीटें मिल सकती हैं। एबीपी न्यूज चैनल के शनिवार को जारी सर्वे के मुताबिक कांग्रेस-एनसपी गठबंधन की स्थिति पहले से ज्यादा खराब होती दिख रही है। इस गठबंधन को करीब 55 सीटें मिल सकती हैं, जबकि अन्य की झोली में 28 सीटें जा सकती हैं।
वोट प्रतिशत की बात करें तो भाजपा-शिवसेना गठबंधन को 46 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं, जबकि कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन को 30 प्रतिशत। वोट के मामले में भी दोनों के बीच 16 प्रतिशत का अंतर है।
सर्वे के मुताबिक यदि भाजपा और शिवसेना अलग-अलग चुनाव लड़ती हैं तो भी भाजपा को नुकसान नहीं होगा। अकेले लड़ने की स्थिति में भाजपा को 144 सीटें मिल सकती हैं, जबकि ऐसी स्थिति में शिवसेना को नुकसान होगा। उसे पिछली बार की तुलना में 24 सीटों का नुकसान हो सकता है। वर्तमान में शिवसेना के पास 39 सीटें हैं। किसी भी दल को बहुमत के लिए 145 सीटों की जरूरत होगी।
वहीं अलग-अलग लड़ने की स्थिति में कांग्रेस और एनसीपी को भी नुकसान होगा। संयुक्त रूप से लड़ने पर जहां उन्हें 55 सीटें मिलती दिख रही हैं, वहीं अलग होकर लड़ने में कांग्रेस (21) और एनसीपी (20) 41 सीटों पर ही सिमट जाएंगे। ऐसी स्थिति में अन्य का फायदा होगा, जिनके खाते में 664 सीटें जा सकती हैं।
महाराष्ट्र में वर्तमान स्थिति : 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में इस समय भाजपा एवं शिवसेना गठबंधन की सरकार है। 2014 में भाजपा को 122, शिवसेना को 63, कांग्रेस को 42, एनसीपी को 41 तथा अन्य दलों एवं निर्दलीय प्रत्याशियों को 20 सीटें मिली थीं।