सोनिया से मिले पवार, बोले- नहीं पता आगे क्या होगा?

मंगलवार, 5 नवंबर 2019 (08:01 IST)
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चल रही रस्साकशी के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और आगे विकल्पों को खुला रखते हुए कहा कि जनादेश उनके गठबंधन के पक्ष में नहीं है लेकिन पता नहीं भविष्य में क्या होगा?
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पवार ने यह भी कहा कि कांग्रेस-राकांपा गठबधंन को विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है और सरकार बनाने की जिम्मेदारी भाजपा और उसके सहयोगी दलों की है। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही सोनिया से फिर मुलाकात करेंगे और उनसे राज्य के राजनीतिक हालात के बारे में चर्चा करेंगे।
 
यह पूछे जाने पर कि क्या वे एक बार फिर से महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार हैं? तो उन्होंने कहा कि नहीं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमें विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है, लेकिन पता नहीं आगे क्या होगा? आगे देखते हैं।
 
यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा एवं शिवसेना के बीच 'बार्गेनिंग गेम' चल रहा है? तो उन्होंने कहा कि यह 'बार्गेनिंग गेम' नहीं, बल्कि 'सीरियस गेम' है। शिवसेना के साथ बातचीत के सवाल पर राकांपा प्रमुख ने कहा कि कोई बातचीत नहीं हुई है और शिवसेना की तरफ से कोई प्रस्ताव भी नहीं आया है।
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संजय राउत से अपनी मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा कि वे राज्यसभा में हैं। हमारी मुलाकात होती रहती है। हाल में हुए विधानसभा चुनावों में 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 105 सीटें मिलीं, जबकि शिवसेना के खाते में 56 सीटें आई हैं।
गेंद अब शिवसेना के पाले में : महाराष्ट्र में सरकार गठन पर संशय जारी रहने के बीच भाजपा सूत्रों ने सोमवार को कहा कि पार्टी इस बात का इंतजार करेगी कि अगले कुछ दिनों में स्थिति क्या मोड़ लेती है, क्योंकि अब गेंद उसके सहयोगी शिवसेना के पाले में है।
 
भाजपा नेता और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने राष्ट्रीय राजधानी में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह समेत पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं से कई बैठकें कीं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जल्द से जल्द सरकार बनाने की जरूरत है और उन्हें विश्वास है कि ऐसा कर लिया जाएगा।
 
लेकिन बाद में फड़णवीस ने ट्वीट किया कि बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों के वास्ते केंद्र से और सहायता की मांग करने के लिए वे शाह से मिले थे और उन्हें इस पर एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी।
 
उन्होंने कहा कि (हमने) नियमों में ढील देने के लिए केंद्र द्वारा बीमा कंपनियों के साथ एक बैठक बुलाने और किसानों को अधिकतम सहायता देने का अनुरोध भी किया। माननीय केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाहजी ने तत्काल संबंधित अधिकारियों को यह बैठक तय करने को कहा।
 
फड़णवीस ने राष्ट्रीय राजधानी में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के चुनाव संबंधी पार्टी प्रभारी भूपेंद्र यादव के साथ भी बैठक की। उन्होंने यादव के साथ 1 घंटा बिताया। पार्टी सूत्रों ने कहा कि पार्टी गठबंधन में बनी हुई है और उसने हमेशा गठबंधन धर्म की भावना से काम किया है और जहां तक महाराष्ट्र में सरकार गठन का सवाल है तो गेंद शिवेसना के पाले में है।
 
सूत्रों ने कहा कि भाजपा इंतजार करेगी और देखेगी कि अगले कुछ दिनों में स्थिति क्या मोड़ लेती है? महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर पिछले कुछ दिनों से भाजपा और शिवसेना के बीच तनातनी चल रही है। शिवसेना के नेता राकांपा प्रमुख शरद यादव के संपर्क में भी हैं। राकांपा ने कांग्रेस के साथ गठजोड़ में विधानसभा चुनाव लड़ा था।
 
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी राज्य में ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद और 50:50 के अनुपात में मंत्रालयों का बंटवारा चाहती है। भाजपा ने ये दोनों ही मांगें खारिज कर दी हैं और उसका कहना है कि देवेंद्र फडणवीस फिर से अगले 5 साल तक मुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे।

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