नासिक में 29 जुलाई 2027 को 'नगर प्रदक्षिणा' होगी जबकि पहला 'अमृत स्नान' 2 अगस्त 2027 को होगा। दूसरा अमृत स्नान 31 अगस्त 2027 को होगा और तीसरा और अंतिम स्नान 11 सितंबर 2027 को नासिक में और 12 सितंबर 2027 को त्र्यंबकेश्वर में होगा। ध्वज को 24 जुलाई 2028 को उतार लिया जाएगा, जो सिंहस्थ कुंभ मेले के समापन का प्रतीक होगा। यह 12 वर्षों में 1 बार आयोजित होता है
फडणवीस ने कहा कि 4000 करोड़ रुपए की लागत वाले कार्यों की निविदाएं जारी की जा चुकी हैं। 2000 करोड़ रुपए की लागत वाले अन्य कार्यों की निविदाएं भी जल्द ही जारी की जाएंगी। सीवेज शोधन संयंत्र (एसटीपी), गोदावरी नदी की सफाई और 'साधुग्राम' के लिए भूमि अधिग्रहण का काम भी प्रगति पर है।
फडणवीस ने कहा कि सरकार सिंहस्थ कुंभ मेले को यादगार बनाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने बैठक के दौरान महंत राजेंद्रदास महाराज के इस सुझाव को भी स्वीकार कर लिया कि 'शाही स्नान' को 'अमृत स्नान' कहा जाना चाहिए जिस प्रकार उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में हाल ही में संपन्न कुंभ मेले में किया गया था।(भाषा)