क्या मकर संक्रांति से दिन बड़े होने लगते हैं? जानें क्या कहता है विज्ञान

WD Feature Desk

मंगलवार, 7 जनवरी 2025 (13:59 IST)
makar sankranti 2025

Makar Sankranti 2025: मकर संक्रांति हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इस दिन सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करते हैं। यह दिन उत्तरायण का प्रारंभ भी माना जाता है, जिसका अर्थ है कि सूर्य अब उत्तरी गोलार्द्ध की ओर बढ़ रहा है। मान्यता है कि मकर संक्रांति के बाद दिन बड़े होने लगते हैं और रातें छोटी। लेकिन क्या इसके पीछे कोई वैज्ञानिक कारण है?आइए जानते हैं कि विज्ञान इस बात को कैसे समझाता है और इसके पीछे क्या वैज्ञानिक कारण है।


पृथ्वी की गति और ऋतु परिवर्तन

मकर संक्रांति और उत्तरायण
मकर संक्रांति के दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है और उत्तरायण का आरंभ होता है। इसका मतलब है कि उत्तरी गोलार्द्ध अब सूर्य की ओर झुकना शुरू हो गया है। इसके कारण दिन धीरे-धीरे बड़े होने लगते हैं और रातें छोटी।


वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझें
मकर संक्रांति का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व बहुत अधिक है। यह दिन नए साल की शुरुआत और अच्छे समय के आगमन का प्रतीक माना जाता है।

मकर संक्रांति से दिन बड़े होने लगना पृथ्वी की गति और सूर्य की स्थिति से जुड़ा एक वैज्ञानिक तथ्य है। यह एक प्राकृतिक घटना है जो हर साल होती है। मकर संक्रांति का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व होने के साथ-साथ इसके पीछे एक वैज्ञानिक कारण भी है।

अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण  आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं है करता । किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी