5 साल में देश-विदेश के 59 हजार 200 वाहनों पर मंगल ग्रह मंदिर के स्टीकर
मंगलवार, 24 जनवरी 2023 (16:56 IST)
अमलनेर- Mangal Grah Mandir Amalner News: महाराष्ट्र के जलगांव के पास अमलनेर में स्थित श्री मंगल ग्रह मंदिर को देश के साथ-साथ दुनियाभर के भक्तों से परिचित कराने के उद्देश्य से मंगल ग्रह सेवा संस्था मंदिर में आने वाले चौपहिया और दोपहिया वाहनों पर मंदिर के 'लोगो' वाले स्टीकर लगा रही है। पिछले पांच वर्षों में अब तक यह स्टीकर देश-विदेश में 59 हजार 200 वाहनों पर लगाए जा चुके हैं। इस आशय की जानकारी संस्थान दे दी।
अब देश के साथ-साथ विदेशों में भी कई वाहनों पर आपको मंगलग्रह मंदिर का लोगो वाला स्टीकर दिख जाएगा। मंगल ग्रह मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंगलदोष के निवारण के लिए होम-हवन, अभिषेक, पूजा और दर्शन के लिए आते हैं। मंगलग्रह भगवान और यहां के मंदिर के बारे में महाराष्ट्र और अन्य राज्यों सहित देशभर के श्रद्धालुओं को जागरूक करने के लिए मंगलग्रह सेवा संस्था ने दोपहिया और चार पहिया वाहनों पर मंगलग्रह मंदिर के लोगो वाले स्टीकर लगाने की पहल की।
देश- विदेश में भी स्टिकर का आकर्षण : 2018 में मंगलग्रह सेवा संस्था यहां आने वाले हर वाहन पर मंदिर के लोगो वाला स्टीकर लगा रही है। इसमें स्टिकर के आकार और रंग के साथ-साथ दोपहिया और चार पहिया वाहनों पर स्टिकर लगाने का स्थान निर्धारित किया गया है। इसलिए पिछले पांच सालों में मुंबई, नासिक, पुणे, दिल्ली, राजस्थान, जयपुर, मध्यप्रदेश, कर्नाटक आदि समेत मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए आए श्रद्धालुओं ने अपने वाहनों पर स्टिकर लगा रखे हैं।
स्टिकर की विशेषताएं क्या हैं? : जिस प्रकार मंगल देवता को लाल रंग प्रिय है, उसी प्रकार मंदिर का मुख्य भाग भी लाल रंग का है। चूंकि मंगल शिव पुत्र है इसलिए मंदिर के पास चंद्रमा और सूर्य केसरिया रंग में हैं। लोगो के नीचे मंदिर का नाम और स्थान दिया गया है ताकि मंदिर के स्थान को ठीक से याद रखा जा सके। मंदिर परिसर में खड़े प्रत्येक वाहन पर चालक व मालिक की पूर्व अनुमति से मंदिर के सेवकों द्वारा चिपकाया जाता है। इसके लिए सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक यहां के सेवादार मंदिर के स्टीकर लगाने की सेवा नि:शुल्क करते हैं।
लोगो वाले स्टिकर बनाने में मंगलग्रह सेवा संस्था को दो महीने का समय लगा। इस बात का पूरा ख्याल रखा गया है कि धूप, हवा और बारिश में भी स्टिकर खराब न हो। इसके लिए दो साल की समय सीमा दी गई है।
सारथी बन रहा मंगल का प्रचारक : हर मंगलवार को मंदिर क्षेत्र की पार्किंग में 7 से 8 हजार दो पहिया, 3 से 4 हजार चार पहिया वाहन रुकते हैं। इसलिए कई भक्त वाहन पर स्टीकर चिपका देते हैं और ड्राइवर से मंगलग्रह मंदिर की जानकारी और पता, संबंधित वाहन जहां भी हो, पूछकर मंदिर पहुंच जाते हैं।
अमलनेर के मंगलग्रह सेवा संस्था के अध्यक्ष डिगंबर महाले जी के अनुसार अमलनेर के मंगलग्रह मंदिर में दर्शन, पूजा और अनुष्ठान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को असुविधा न हो, इसके लिए यहां आने वाले हर वाहन पर मंदिर के लोगो वाला स्टीकर लगा होता है। अब तक हजारों वाहनों पर स्टिकर लगाए जा चुके हैं। लोगो को आधिकारिक पंजीकरण के लिए संबंधित विभाग को भेज दिया गया है ताकि भविष्य में कोई लोगो की नकल न कर सके।