मैड्रिड (स्पेन)। तीन दशक पहले दुनिया में सर्वप्रथम मोबाइल फोन लाने वाले मार्टिन कूपर ने कहा है कि हैंडसेट में कैमरा से लेकर म्यूजिक तक की विशेषता के कारण ये उपकरण अब ज्यादा जटिल हो गया है। हमें ऐसे उपकरणों की जरूरत है जो सिर्फ बुनियादी चीजों पर ध्यान दें।
मोटोराला कंपनी के पूर्व शोधकर्ता मार्टिन कूपर ने मैड्रिड में एक सम्मेलन में कहा, ‘जब कभी आप कोई वैश्विक उपकरण बनाते हैं, वह लोगों के लिए कई काम कर सकता है लेकिन यह कोई जरूरी नहीं है कि वह सारा काम बेहतर तरीके से करे।’ शिकागो में जन्में कूपर मोबाइल फोन का विकास करने वाले मोटोराला दल में अग्रणी इंजीनियर के रूप में शामिल थे। उन्होंने सर्वप्रथम 3 अप्रैल 1973 को अमेरिका के शहर मैनहट्टन की एक व्यस्त गली से पहला मोबाइल फोन कॉल किया था।
उन्होंने कहा, ‘सेल फोन के पहले मॉडल का वजन एक किलो से अधिक था और आप केवल 20 मिनट तक ही बात कर सकते थे। उसके बाद बैटरी खत्म हो जाती थी। पुन: यह ठीक भी था क्योंकि आप इतने भारी हैंडसेट को लंबे समय तक अपने हाथों में नहीं थामे रह सकते थे।’ कूपर ने कहा कि उस समय से लेकर आज तक मोबाइल फोन की लोकप्रियता काफी बढ़ गई है। आज चार अरब से अधिक लोगों के पास मोबाइल फोन हैं जबकि 1984 में केवल 3,00,000 लोगों के पास मोबाइल फोन थे।
80 वर्षीय कूपर ने कहा कि हैंडसेट में कैमरा से लेकर म्यूजिक तक की विशेषताओं के कारण ये उपकरण अब ज्यादा जटिल हो गया है। हमारा भविष्य ऐसे विशेषीकृत उपकरणों में है जो एक चीज पर ध्यान केंद्रित करे। इससे हमारा जीवन ज्यादा सरल होगा।