हाल ही में भारतीय मोबाइल बाजार में 3जी तकनीकी वाले ऐप्पल आईफोन के उतरने से मोबाइल के शौकीनों के बीच खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। भारतीय बाजार में इस फोन ने जहाँ एक ओर धूम मचा रखी है, वहीं दूसरी ओर इसकी सफलता ने इसे भारत में मौजूद कुछ गिने-चुने मोबाइल फोनों की श्रृंखला में भी शामिल कर दिया है। हमने आमतौर पर 3जी तकनीकी के बारे में सुना तो है, पर यह तकनीकी है क्या, इसकी वास्तविकता कम ही लोग समझते हैं।
क्या है 3जी तकनीकी?
3जी मूल रूप से मोबाइल फोन के मानदंडों व तकनीकी के विकास की तीसरी जेनेरेशन यानी तीसरी पीढ़ी (चरण) मानी जाती है, जो 2जी के बाद में और 4जी के पहले आती है। 3जी का निर्धारण आईएमटी-2000 (अंतरराष्ट्रीय मोबाइल टैलीकम्युनिकेशन प्रोग्राम के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय टैलीकम्युनिकेशन यूनियन (आईटीयू) द्वारा किया जाता है।
3जी तकनीकी से लैस नेटवर्क ऑपरेटर्स आधुनिकतम सुविधाओं के लंबी रेंज का उपयोग कर सकते हैं जिसमें विस्तृत क्षेत्र में वॉयस टेलीफोनी, वीडियो कल्स व ब्रॉडबैंड वायरलेस डाटा जैसी प्रमुख सुविधाएँ शामिल हैं। साथ ही इस तकनीकी एचएसपीए डाटा ट्रांस्फर क्षमता,वाइ-फाइ नेटवर्क जैसी सुविधाएँ भी हैं।
दिसंबर 2007 तक 40 देशों में 190 3जी नेटवर्क परेट किए जाने लगे जिनमें एशिया,कनाडा व यूएसए की टेलीकॉम कंपनियों ने डब्लुयू-सीडीएमए तकनीकी को सपोर्ट करने वाली करीब 100 डिजाइन्स को बाजार में उतारा है जिससे 3जी मोबाइल नेटवर्क ऑपरेट हो सके। वहीं तुर्की,चीन, इंडोनेशिया आदि कई देशों ने इस तकनीकी के प्रयोग के लाइसेंस को अभी तक रोक रखा है। परंतु मई 2008 में चीन ने भी इस तकनीकी को हरी झंडी दिखाते हुए चीनी मोबाइल मानदंडों के अनुरूप इसके प्रयोग की अनुमति प्रदान कर दी है।
भारत में 3जी तकनीकी- वर्तमान में भारतीय बाजार में टेलीकॉम उद्योग तीव्र गति से फल-फूल रहा है। ऐसे में इस क्षेत्र का विकास मोबाइल उपभोक्ताओं की मूलभूत आवश्यकताओं से ऊपर उठकर कई अन्य क्षेत्रों में भी हो रहा है,जिनमें फिक्स्ड लाइन टेलीफोनी,जीएसएम,सीडीएमए,डब्ल्यूएलएल आदि कई आधुनिक विशेषताओं का समावेश है। भारतीय टेलीकॉं उद्योग दिनोंदिन बुलंदी का नया आसमान छू रहा है और आद एक सशक्त उद्योग के रूप में स्थापित हो गया है, जो भविष्य में भी ढेरों संभावनाओं को लिए हुए है।
दिसंबर 2007 तक 40 देशों में 190 3जी नेटवर्क परेट किए जाने लगे जिनमें एशिया,कनाडा व यूएसए की टेलीकॉम कंपनियों ने डब्लुयू-सीडीएमए तकनीकी को सपोर्ट करने वाली करीब 100 डिजाइन्स को बाजार में उतारा है...
भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने दिसंबर 2007 से भारत में भी 3जी तकनीकी को लांच करके मोबाइल उद्योग में सराहनीय पहल की है। नेटवर्क प्रदाता कंपनियों व हैंडसेट निर्माता कंपनियों के लिए 3जी तकनीकी उनकी वैल्यु ऐडेड सर्विसेज को नई दिशा दिखाने में सक्षम है। प्रारंभिक रूप से सीडीएमए तकनीकी पर लांच हुए इस नेटवर्क का विभिन्न तकनीकियों पर प्रयोग जारी है।