Happy Mothers Day 2024 Quotes: मां की महानता को समर्पित दिल छू लेने वाली शायरी

Mothers Day Special Quotes: 'मां' अहसास को शब्दों में बांधने की कोशिश उतनी ही मुस्किल है जैसे पानी पर पानी से पानी लिखना। मां ममता का वो असीम सागर है जिसमें भावनाओं कई अनंत लहरें हिलोरे लेती रहती हैं। किसी ने ठीक ही कहा है कि अगर ईश्वर को देखना है तो मां को देख लेना चाहिए। माँ की महिमा को बखानने के लिए मशहूर शायरों ने भी कई कोशिशें कीं हैं। पेश हैं आपके सामने वो शेर जो मां के लिए लिखे गए हैं।

स्याही खत्म हो गयी “माँ” लिखते-लिखते
उसके प्यार की दास्तान इतनी लंबी थी
- अज्ञात

 
न जाने क्यों आज अपना ही घर मुझे अनजान सा लगता है,
तेरे जाने के बाद ये घर-घर नहीं खाली मकान सा लगता है
- अज्ञात

भारी बोझ पहाड़ सा कुछ हल्का हो जाए
जब मेरी चिंता बढ़े माँ सपने में आए
-अख़्तर नज़्मी

मेरी ख़्वाहिश है कि मैं फिर से फ़रिश्ता हो जाऊँ
माँ से इस तरह लिपट जाऊँ कि बच्चा हो जाऊँ
-मुनव्वर राना
 


इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है
माँ बहुत ग़ुस्से में होती है तो रो देती है
-मुनव्वर राना

 
मैं रोया परदेस में भीगा माँ का प्यार
दुख ने दुख से बातें की बिन चिट्ठी बिन तार
-निदा फ़ाज़ली
 


चलती फिरती हुई आँखों से अज़ाँ देखी है
मैंने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है
-मुनव्वर राना

इस लिए चल न सका कोई भी ख़ंजर मुझ पर
मेरी शह-रग पे मेरी माँ की दुआ रखी थी
- नज़ीर बाक़री

मुद्दतों बाद मयस्सर हुआ माँ का आँचल
मुद्दतों बाद हमें नींद सुहानी आई
- इक़बाल अशहर
 

शहर में आ कर पढ़ने वाले भूल गए
किस की माँ ने कितना ज़ेवर बेचा था
- असलम कोलसरी

ये ऐसा क़र्ज़ है जो मैं अदा कर ही नहीं सकता
मैं जब तक घर न लौटूं मेरी माँ सजदे में रहती है
- मुनव्वर राना
 

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