नन्ही कलम से : मां, तू सबसे ज्यादा भाती है

दिलीशा जाफरी (9 वर्ष) 
 
मेरी प्यारी-प्यारी मां 
मेरी भोली-भोली मां 
प्यार हमसे तुम करती हो 
कठोर दिखावा करती हो 
हम हंसते हैं तो हंसती हो 
हम रोते हैं तो रोती हो 
जब भगवान न आ सके तो 
उन्होंने मां बनाई हैं 
भगवान के दूसरे रूप में 
मां दुनिया में आई हैं 
मां अपने पल्लू में भरकर 
तु मेरी खुशियां लाई हैं 
रात-रात जागकर 
तुने मुझे लोरी सुनाई हैं 
जो भी मां मुझे रूलाता 
डांट उसे तू लगाती है 
इसीलिए तो मां मुझे 
तू सबसे ज्यादा भाती है 
यह बात साबित करती है 
तू हमें कितना चाहती है.... 

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