1. तंबाखू और शराब के नशे के चलते व्यक्ति अति भोजन, तनाव, कुंठा, अवसाद, निराशा और नकारात्मक विचार से ग्रस्त हो जाता है। नकारात्मक विचार से जिंदगी में सबकुछ नकारात्मक ही होने लगता है। जैसी मति वैसी गति तो मति को बदलो।
2. झूठ बोलना, लोगों को भ्रम में रखना, अपने जीवन, करियार और परिवार को लेकर गंभीर नहीं रहने की भी आदत हो जाती है लोगों को। ऐसे लोग उसी तरह जी रहे हैं जिस तरह उन्हें दुनिया जिला रही है।
5. यदि तुम समय, परिवार और पैसे की कद्र नहीं करते हो तो तुम दुनिया के द्वारा सताए जाओगे। तुम खुद को हर जगह मजबूर ही पाओगे और फिर तुम दुनिया को ही गलत समझोगे खुद को नहीं। तुम जैसे कई लोग है तो अपनी असफलता या दु:ख का कारण दूसरों को मानते हैं।