Waterfall : भारत देश में सैंकड़ों झरने हैं जिनमें से तो कई बहुत ही ऊंचाई से गिरने वाले झरने भी हैं और खतरनाक झरने भी है। बारिश में सभी झरने वाले स्थान खतरों से भरे हो जाते हैं। झरनों के पास चेतावनी के बोर्ड लगे होते हैं। उनमें लिखी बातों को फॉलो करें अन्यथा आप मुसीबत में पड़ सकते हैं। वहां लिखा होता है कि आप आपको झरने से कितने दूर रहना चाहिए और किस और नहीं जाना चाहिए। आप वहां के लोगों और सुरक्षा गॉर्ड से भी इस संबंध में पूछताछ करें कि यह जगह कैसी है।
3. सेल्फी लेने से बचें : कई लोग अच्छी सेल्फी के चक्कर में रिस्क लेते हैं और मौत के मुहाने पर पहुंच जाते हैं। जैसे झरने के बिल्कुल बीचोंबीच, मुहाने पर या उस खतरनाक स्थान पर जहां से झरने का दृश्य विहंगम नजर आता हो। परफेक्ट सेल्फी के चक्कर में कई लोगों की जान चली गई है तो आपको इसका बात कर विशेष ध्यान रखना चाहिए।
4. मौसम का मिजाज : झरनों वाले स्थान पर मौसम का मिजाज देखकर ही जाएं। साथ ही झरने वाली जगह की लेटेस्ट जानकारी जरूर लें। क्योंकि कई जगहों का जलस्तर बहुत ज्यादा बढ़ा होता है और बारिश में पहाड़ी झरनों में पानी के साथ पत्थर भी आते हैं। डेम वाले झरने खतरना सिद्ध हो सकते हैं। अत: पहले झरने का मिजाज जरूर समझ लें।
5. समय पर लौट आएं : सूर्यास्त के दौरान या उससे पहले ही आप अपने पिकनिक का कार्यक्रम समाप्त करके घर लौट आएं, क्योंकि कई ऐसी जगहें होती हैं जहां से रात में लौटना मुश्किल हो जाता है या लौटते वक्त लूट का या जंगली जानवरों का खतरा बना रहता है। परिवार के साथ घूमने गए हैं तो इस बात का विशेष ध्यान रखें।