बताया जा रहा कि 10 बार के विधायक बाबूलाल गौर ने दावेदारी पेश करने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जंबूरी मैदान में उनसे 'एक बार और' कही गई बात का हवाला भी पार्टी के नेताओं के सामने रखा। पीएम मोदी के इस बयान के बाद से ये कयास लगाए जा रहे हैं कि गौर की दावेदारी को केंद्रीय नेतृत्व ने हरी झंडी दे दी है।
इस सीट के प्रमुख दावेदारों में बाबूलाल गौर की बहू और पूर्व महापौर कृष्णा गौर, वर्तमान महापौर आलोक शर्मा, पर्यटन निगम के चेयरमैन तपन भौमिक शामिल हैं। ये सभी नेता पिछले लंबे समय से पार्टी के मंच और मीडिया के सामने गोविंदपुरा से अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं।
गौर ने बहू का नाम आगे बढ़ाया : इसके साथ ही बाबूलाल गौर ने रायशुमारी में एक बड़ा दांव चलते हुए तीन नामों के पैनल के लिए बहू कृष्णा गौर का नाम भी आगे कर दिया है। गौर ने ये दांव उस वक्त चला है जब एक दिन पहले ही गोविंदापुरा में वंशवाद को लेकर कुछ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था। सुंदरकांड के जरिए किए गए विरोध प्रदर्शन में कार्यकर्ताओं ने बाबूलाल गौर या बहू कृष्णा गौर को टिकट दिए जाने का विरोध किया था।