पार्टी को डर है कि उनके उम्मीदवारों को भाजपा और कांग्रेस लालच देकर या डरा-धमकाकर परेशान कर सकती हैं। वहीं सपाक्स ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि इसकी लोकप्रियता को देखते हुए भाजपा, सपाक्स प्रत्याशियों को फर्जी मामलों में फंसा सकती है इसलिए पार्टी 1 नवंबर के बाद के प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर सीधे नामांकन भरवाएगी।